CG Monsoon Entry : मानसून इस बार बस्तर 10 से 13 जून के बीच पहुंच सकता है। 2023 में मानसून के यहां पहुंचने में देरी हुई थी लेकिन इस बार मानसून केरल से समय पर यहां पहुंचेगा। मानसून (Monsoon 2024) के केरल पहुंचने को लेकर मौसम विभाग ने 31 मई की तारीख बताई थी, लेकिन ये एक दिन पहले ही पहुंच गया। अब मानसूनी हवाएं तेजी से पूर्वोत्तर की ओर बढ़ रही हैं।
प्रदेश में मानसून बस्तर से ही आगे बढ़ता है। रायपुर में 16 जून और सरगुजा संभाग में 17 जून को इसके पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक इस साल पिछले साल के मुकाबले अच्छी बारिश के आसार हैं। साल 2023 में प्रदेश में मानूसन देरी से पहुंचा था। हालांकि मानसून की बिदाई होने तक बारिश (Monsoon 2024) का कोटा लगभग पूरा हो गया था।
राज्य में मानसून के दौरान औसत 1142.1मिमी बारिश होती है और पिछले साल 30 सितंबर 2023 तक 1061.3 मिली मीटर बारिश रिकार्ड की गई थी जो औसत से 7 प्रतिशत कम थी।
मानसून के बस्तर पहुंचने की तिथि जैसे-जैसे करीब आ रही है, यहां का मौसम भी अब बदलने लगा है। रविवार को नौतपा के अंतिम दिन दोपहर 1 बजे से जगदलपुर शहर में बारिश हुई। हालांकि बारिश ज्यादा देर तक नहीं हुई इस वजह से उमस की स्थिति बनी।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 5 जून से बस्तर में प्री मानसून की स्थिति बनेगी। इस वजह से बस्तर के मौसम में बदलाव अब नजर आने लगा है। नौतपा के अंतिम दिन जगदलपुर (Monsoon 2024) शहर का अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो अब तापमान में गिरावट शुरू होगी हालांकि हवा में नमी की वजह से उमस बनी रहेगी।
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि समय पर मानसून के आने से बस्तर समेत समूचे छत्तीसगढ़ में इस साल सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना है। पिछले 5 सालों के बारिश के रिकार्ड को देखा जाए तो प्रदेश में हर साल बाद 1000 मिमी के आसपास बारिश रिकार्ड हुई है।
इस साल ला-नीना की वजह से सामान्य से ज्यादा बारिश होने का अनुमान है। भारत के लिए आमतौर पर ला-नीना का असर अच्छा होता है। हालांकि इसकी वजह से कई बार भारी बारिश होती है। राज्य में मानसून के दौरान औसत 1142.1 मिमी बारिश (Monsoon 2024) होती है। इस सीजन सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान है।
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