बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में शनिवार रात करंट लगने से दो भालुओं की मौत हो गई। शिकारियों ने जंगली सुअर के शिकार के लिए लोहे के तार बिछाकर करंट लगा रखा था। सूचना पर पहुंचीर वन विभाग की टीम ने भालुओं के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद अंतिम संस्कार कर दिया है। इस मालमे में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामला वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र का है। वाड्रफनगर रेंजर प्रेमचंद मिश्रा ने बताया कि शनिवार शाम वन अमले को सूचना मिली कि ग्राम पंचायत गुरमुटी अंतर्गत मेढ़ना में दो भालुओं का शव जंगल किनारे पड़े हुए हैं। इस पर वन अमला मौके पर पहुंचा, तो एक नर और एक मादा भालू का शव बरामद हुआ। वहीं खंभे से लोहे का फंदे और तार का जाल भी बरामद हुआ। भालुओं के शवों का पोस्टमार्टम कराया गया। भालुओं के शव में कोई भी अंग गायब नहीं मिले।भालुओं का शवों का पीएम के बाद डीएफओ बलरामपुर विवेकानंद झा, एडिशनल डीएफओ हमीन पैकरा सहित अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया। वनविभाग ने दो ग्रामीणों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में ग्राम गुरमुटी बजरंगी और बंसरूप शामिल हैं। वन विभाग की टीम दोनों से पूछताछ कर रही है।
मेढ़ना में जंगल किनारे जहां फंदा लगाकर करंट लगाया गया था, वहां अक्सर जंगली सूआर आते-जाते हैं। बताया गया है कि पकड़े गए ग्रामीणों ने जंगली सुअर का शिकार करने के लिए ही फंदा लगाकर करंट फैलाया था। इनकी चपेट में भालू आ गए। इसके पहले भी वाड्रफनगर में जंगली सूअरों का शिकार करने लगाए गए करंट की चपेट में आकर हाथियों की भी मौत हो चुकी है।