Thursday, October 17, 2024

Women Manufacturing Electric Bulb : खेतों में मजदूरी करने वाली महिलाएं बना रहीं बल्ब, ट्रेनिंग ने बदली 47 लोगों की जिंदगी

DURG NEWS : दुर्ग जिले के ग्राम पंचायत मोहंदी में बड़ी संख्या में महिलाओं और युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान हो रहे हैं. बड़ी संख्या में मोहंदी में बल्ब (Women Manufacturing Electric Bulb) का निर्माण किया जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं और युवाओं को रोजगार के साथ आय के अच्छे साधन मिल रहे हैं. इससे उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी हो रही है. इनके उत्पादन हेतु प्रशासन द्वारा आवश्यक मशीने रीपा स्थल पर उपलब्ध कराया गया है. रीपा केन्द्र में वर्तमान में 42 लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है, जिसमें 7 पुरूष और 35 महिलाएं हैं.

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आपको बता दें कि ग्राम पंचायत मोहंदी विकासखण्ड धमधा जिला दुर्ग में महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) की स्थापना की गई है. जिसके लिए एक करोड़ 20 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है. उक्त रीपा में 2 डोमशेड, मुख्यद्वार, अहाता, सीसी रोड, महिला शौचालय, पुरूष शौचालय एवं चैन लिंक फेंसिंग किया गया है, जिसमें एक डोम का निर्माण 10 हजार वर्गफीट में किया गया है. जहां युवाओं को आगे बढ़ने का अवसर प्रदान हो रहा है. ग्रामीण विकास के लिए महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) एक महत्वपूर्ण योजना है. यह योजना मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में से एक है.

रीपा में बल्ब बना रही महिलाएं
रीपा सेंटर में समूह की महिलाएं हमेशा कुछ कुछ समान बनाती रहती हैं. काम करती है. जैसे अगरबत्ती, हवनकुंड, माचिस, दोना पत्तल, डिस्पोजल ग्लास, धागे से कपड़े बनाती हैं, लेकिन मोहंदी की रीपा में काम कर रही महिलाओं ने कुछ नया करने को सोचा और अब वह बल्ब बना रही हैं, जिससे उन्हें अच्छी आमदनी मिल रही है.

ट्यूबलाईट एवं गार्डन लाईट भी बनाए जाएंगे
मोहंदी के रीपा मैनेजर सुभाष साहू ने बताया कि वर्तमान में 6000 बल्ब बनाया गया है. जिसे 9 वाट के बल्ब (Women Manufacturing Electric Bulb) को 43 रुपए एवं 12 वाट के बल्ब को 53 रुपए के हिसाब से अर्पुदा इन्फो टेक एंड इंफ्रा मैनेजमेंट सर्विसेस प्राईवेट लिमिटेड में बेचा गया है. उन्होंने बताया कि उत्पादन के आधार पर उसे डीलर, होल सेलर, रीटेलर के माध्यम से बिक्री कराया जाएगा. रीपा केन्द्र में बल्ब बनाने के लिए लगभग 41 छोटी-बड़ी मशीने लगाई गई हैं. भविष्य में ट्यूबलाईट एवं गार्डन लाईट भी बनाए जाएंगे.

5000 रुपये प्रतिमाह की हो रही आय
यहां कार्यरत अनिकेत मोचन कुमार ने बताया कि उन्हें इससे लगभग 5 हजार रूपए तक की मासिक आय प्राप्त हो रही है. जिससे वह अपने आर्थिक जरूरतों को पूरा कर रहे हैं. उन्हें काम की तलाश में अब बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं जिला प्रशासन का धन्यवाद देते हुए कहा कि महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) की स्थापना से हम युवाओं को आगे बढ़ने का मौका प्राप्त हुआ, जिससे हमारा जीवन स्तर भी काफी अच्छा हुआ.

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