Coriander Farming : सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला विकासखंड के ग्राम पंचायत देवगांव के देवनाथ नायक किसान अपने 9 एकड़ जमीन में पिछले 9 सालों से पारंपरिक खेती छोड़ आधुनिक तरीके से धनिया की खेती (Dhaniya Ki Kheti) कर रहे हैं। इससे वह अब तक 7 से 8 लाख की कमाई कर चुके हैं।
पहले वे पारंपरिक फसलों की खेती करते थे। इससे उन्हें इतनी अधिक कमाई नहीं हो रही थी। ऐसे में उन्होंने 9 साल पहले पारंपरिक फसलों की खेती छोड़ वैज्ञानिक विधि से धनिया की फार्मिंग (Coriander Farming in India) शुरू कर दी। खास बात यह है कि धनिया की खेती शुरू करते ही देवनाथ नायक की किस्मत बदल गई।
देवनाथ नायक किसान ने बताया कि धनिया की खेती (Dhaniya Ki Kheti) 7से 8 वर्ष से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि धनिया की खेती करने में बहुत रूचि है और जानकारी भी है। शुरुआत 9 एकड से किया था। उसमें 7 लाख कमाया अभी वर्तमान में दो एकड़ में धनिया की खेती किया जा रहा है, जिसमें रेट के हिसाब से आमदनी होता है, जिसे कभी 35 हजार तो 70 हजार ऐसी कमाई होता है।
उन्होंने बताया कि दो विधि से खेती (Coriander Farming Guide) करते हैं। रेन पाइप एवं बैड विधि बैड विधी की खेती के तुलना में धनिया पत्ती के उत्पादन अधिक एवं वजन भी अधिक होता है। 1 एकड़ में लगभग 10 से 12 हजार की लागत लगता है साथ इसकी बिक्री के लिए व्यापारी खुद खेत में पहुंचकर धनिया को लेने आते है।