रायपुर। छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण का मतदान होना है. इसके लिए पार्टी के सभी लोग प्राचर-प्रसार में लगे हुए है. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि भ्रष्टाचार करेंगे, तो ईडी ही आएगी न, भारत रत्न के लिए आमंत्रण थोड़ी आएगा। उन्होंने कहा लोग कि कई महीनों से मुख्यमंत्री ईडी बघेल के सचिवालय के अधिकारी रही और उनके कलेक्टर जेल में बंद हैं।
न्यायालय उन्हें जमानत नहीं दे रही है, तो क्या मुख्यमंत्री बघेल न्याय व्यवस्था के लिए भी यही कहेंगे कि यह भाजपा के लोग स्टोरी प्लान कर रहे है ? दरअसल मुख्यमंत्री बघेल ने ईडी की कार्रवाई को लेकर एक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि डॉ. रमन के साथ पहले दो अधिकारी थे, वह अदाणी के संपर्क में हैं, वही स्टोरी प्लान कर रहे हैं और इसी हिसाब से कार्रवाई कर रही है।
बदनाम करने की साजिश गिरफ्तारी भी चल रही है।भाजपा ईडी और आईटी के जरिए चुनाव लड़ रही है। मुख्यमंत्री बघेल के इस बयान पर डॉ. सिंह ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि जब भी भूपेश बघेल के ऊपर आरोप सिद्ध होने लगता है, तब वह मुद्दे को भटकाने के लिए कभी अधिकारी तो कभी व्यापारी का नाम सामने लेकर आते हैं। भूपेश बघेल भी सच जानते हैं कि उनकी पूरी पार्टी ने 5 साल तक किस तरह छत्तीसगढ़ को लूटकर गांधी परिवार का एटीएम बनाए रखा। आज जब उनके कारनामों की जांच हो रही है और संवैधानिक ढंग से कार्रवाई की जा रही है, तो वे बौखलाहट में देश की स्वतंत्र जांच एजेंसियों पर उंगली उठा रहे हैं।
भूपेश निर्दोष हैं, तो संवैधानिक लड़ाई लड़ें डॉ. सिंह ने कहा कि यह वही जांच एजेंसियां हैं, जिन्हें भूपेश बघेल पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ में जांच के लिए आमंत्रित करते थे और आज जब उनके ही अधिकारी भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं और महादेव बघेल की संलिप्तता सिद्ध हो चुकी है तब वह जांच एजेंसियों पर उंगली उठाकर सिर्फ मुद्दे को भटका रहे हैं। डॉ. सिंह ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कुछ गलत नहीं किया है, तो न्यायालय के सामने संवैधानिक लड़ाई लड़िए। आप लड़ाई लड़ने के बजाय मंचों से मुद्दे को भटकाने की कोशिश सिर्फ इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ के संसाधनों को बेचने और इसे अपराध का गढ़ बनाने का काम किया है।