Chhattisgarh News : रायपुर जिले में एंटी करप्शन ब्यूरो ने सरपंच और सचिव को 18 हजार रुपए की घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। मामला डोमा गांव का है। जहां पंचायत कार्यालय में एसीबी की टीम ने दोनों को पैसे लेते गिरफ्तार किया। ACB ने आरोपी ग्राम पंचायत सचिव महेन्द्र कुमार साहू और सरपंच देव सिंह बघेल को गिरफ्तार (Sarpanch-Secretary SDO Arrest) किया है।
संतोषी नगर के रहने वाले लुकेश कुमार बघेल ने एंटी करप्शन ब्यूरो रायपुर के कार्यालय में शिकायत की थी। पीड़ित ने बताया कि उसके नाम पर ग्राम डोम में जमीन है। जिस पर घर बनाने के लिए बैंक लोन के लिए पंचायत से NOC और नक्शे की जरूरत थी।
NOC देने के लिए ग्राम पंचायत डोमा के सचिव धमेन्द्र कुमार साहू से आवेदन और दस्तावेज जमा करने के साथ 18 हजार रिश्वत की मांग की थी। पीड़ित के पैसा नहीं देने पर सचिव NOC देने में देरी कर रहा था। जिसके बाद व्यक्ति ने ACB से शिकायत की थी।
सोमवार को ACB की टीम ने पीड़ित लुकेश कुमार बघेल को पंचायत सचिव धमेन्द्र कुमार साहू के पास उसके कार्यालय में भेजा। लेकिन आरोपी धमेन्द्र कुमार साहू ने खुद रिश्वत न लेते हुए अपने ही कमरे में बैठे सरपंच देव सिंह बघेल को रिश्वत की रकम 18000 रुपए दी। तभी ACB के अधिकारी कमरे के अंदर जाकर दोनों आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ लिया।
वहीं खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के प्रभारी SDO को भी रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। प्रभारी SDO 30 हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार (Sarpanch-Secretary SDO Arrest) किया गया है। आरोपी सौरभ ताम्रकार ने गौठान का बिल पास करने के एवज में सरपंच से रिश्वत की मांग की थी।
ग्राम पंचायत मोहगांव के सरपंच जगन्नाथ वर्मा ने एंटी करप्शन ब्यूरो रायपुर के कार्यालय में शिकायत की थी। सरपंच के अनुसार उनके पंचायत को नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी के तहत गौठान में लघु वनोपज बिल्डिंग, कचरा शेड बिल्डिंग, कुटकुट शेड और महिला शेड निर्माण कार्य के बिल भुगतान के लिए सौरभ ताम्रकार ने 30 हजार रुपए मांगे थे।