Ed Summons Raj Kundra : ईडी ने पोर्नोग्राफी और एडल्ट फिल्मों के कथित वितरण से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी के पति और बिजनेसमैन राज कुंद्रा (Raj Kundra) को समन जारी किया है. कुंद्रा को इस सप्ताह जांच एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है.
ईडी द्वारा मुंबई और उत्तर प्रदेश के कुछ शहरों में लगभग 15 स्थानों पर छापेमारी के बाद यह समन जारी किया गया था, जिसमें 49 वर्षीय कुंद्रा और कुछ अन्य व्यक्तियों के घर और कार्यालय भी शामिल थे.
इस केस से जुड़े अन्य लोगों को भी ईडी ने समन जारी करके पूछताछ के लिए अपने मुंबई आफिस में बुलाया है. राज कुंद्रा को सोमवार को 11 बजे ईडी दफ्तर आने के लिए कहा गया है. राज कुंद्रा के वकील प्रशांत पाटिल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके क्लाइंट ने कोई अपराध नहीं किया है.
उन्होंने कहा, ‘मैंने अभी तक अपने क्लाइंट से बात नहीं की है, लेकिन मैं आपको बता सकता हूं कि वह निर्दोष हैं. यदि आप मुंबई पुलिस की चार्जशीट पर गौर करें तो राज कुंद्रा के लेनदेन कानूनी हैं. उन्होंने टैक्स का भुगतान किया है. मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि राज कुंद्रा ने मनी लॉन्ड्रिंग जैसा कोई अपराध नहीं किया है.’
मनी लॉन्ड्रिंग का मामला मई, 2022 में राज कुंद्रा और अन्य के खिलाफ दायर मुंबई पुलिस की कम से कम दो एफआईआर और आरोप पत्र से उपजा है. मामले में बिजनेसमैन और कुछ अन्य को गिरफ्तार भी किया गया था, जिन्हें बाद में कोर्ट से जमानत मिल गई.
कुंद्रा के खिलाफ यह मनी लॉन्ड्रिंग का दूसरा मामला है. इस साल की शुरुआत में ईडी ने क्रिप्टो करेंसी मामले में राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी की 98 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी. हालांकि, उन्हें अपनी संपत्तियों की कुर्की के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट से राहत मिली थी.
राज कुंद्रा ने 2021 में मुंबई की एक स्थानीय अदालत को बताया था कि अभियोजन पक्ष (मुंबई पुलिस) के पास रत्ती भर भी सबूत नहीं है जो कथित पोर्न फिल्म रैकेट में इस्तेमाल किए गए ऐप ‘हॉटशॉट्स’ (Hotshots) को कानून के तहत अपराध से जोड़ सके. जांच एजेंसी के अनुसार, आरोपी व्यक्तियों द्वारा अश्लील सामग्री अपलोड करने और स्ट्रीम करने के लिए ‘हॉटशॉट्स’ ऐप का इस्तेमाल किया जा रहा था.
कुंद्रा ने दावा किया था कि कथित पोर्नोग्राफी मामले में उनके सक्रिय रूप से शामिल होने का कोई सबूत नहीं है. उन्होंने खुद को फंसाने का आरोप लगाया था. राज कुंद्रा ने कोर्ट में कहा था कि एफआईआर में उनका नाम भी नहीं था, लेकिन पुलिस ने उन्हें इस मामले में घसीटा. बिजनेसमैन ने अपनी याचिका में दावा किया था कि उन्हें ‘बलि का बकरा’ बनाया जा रहा है, जिसका कारण जांचकर्ताओं को बेहतर पता होगा.