Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित सेंट्रल जेल (Raipur Central Jail Suicide Case) में एक अफ्रीकी मूल के कैदी ने आत्महत्या कर ली, जिससे जेल प्रशासन पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
मृतक कैदी पैट्रिक यूबीके बावको नाइजीरिया का रहने वाला था और उसे 2020 में ड्रग्स तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
बताया जा रहा है कि जेल के अंदर खाने की खराब व्यवस्था को लेकर कैदियों में लंबे समय से नाराजगी थी, और इसी से परेशान होकर पैट्रिक ने फांसी लगाकर आत्महत्या (Raipur Central Jail Suicide Case) कर ली।
पुलिस ने पैट्रिक के परिजनों को इस घटना की सूचना दे दी है और वे जल्द ही भारत पहुंचने वाले हैं। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
कैसे हुई आत्महत्या (Raipur Central Jail Suicide Case)
मंगलवार दोपहर जब जेल के पहरेदार रूटीन चेकिंग पर निकले, तो उन्होंने पैट्रिक को अपने ही सेल में गमछे से बने फंदे पर झूलते हुए पाया। घटना की सूचना तुरंत जेल अधिकारियों को दी गई और कैदी को फंदे से उतारकर एम्बुलेंस से मेकाहारा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
ड्रग्स सप्लाई के आरोप में था गिरफ्तार (Raipur Central Jail Suicide Case)
मृतक कैदी पैट्रिक यूबीके बावको को रायपुर पुलिस ने 30 अक्टूबर 2020 को एनडीपीएस (नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस) एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था। आरोप था कि वह नाइजीरियन गैंग के जरिए मुंबई से ड्रग्स लाकर रायपुर में सप्लाई करता था।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया था कि पैट्रिक मुंबई में रहकर ड्रग्स सप्लाई नेटवर्क ऑपरेट करता था और उसकी गैंग देशभर में फैली हुई थी। गिरफ्तारी के बाद से ही वह रायपुर सेंट्रल जेल में बंद था।
जेल में खाने को लेकर बढ़ रहा था असंतोष (Raipur Central Jail Suicide Case)
सूत्रों की मानें तो पिछले कुछ दिनों से अफ्रीकी मूल के कैदी खाने की खराब गुणवत्ता को लेकर लगातार विरोध जता रहे थे। कैदियों का आरोप था कि जेल में उन्हें पर्याप्त और पौष्टिक भोजन नहीं दिया जा रहा था।
कई बार इस संबंध में शिकायतें भी की गईं, लेकिन जेल प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। आशंका जताई जा रही है कि इसी तनाव और असंतोष के कारण पैट्रिक ने आत्महत्या कर ली। हालांकि, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और कैदी की मौत के पीछे किसी अन्य साजिश की भी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
जेल में पहले भी हो चुकी हैं विवादित घटनाएं (Raipur Central Jail Suicide Case)
रायपुर सेंट्रल जेल पहले भी कई विवादों में घिर चुकी है। यहां गैंगवार से लेकर हत्या की कोशिश और ड्रग्स तस्करी तक की घटनाएं हो चुकी हैं।
सितंबर 2024 में विचाराधीन कैदी आसिफ खान और सजा काट रहे कैदी सैयद के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जो बाद में गैंगवार में बदल गई थी। इस घटना में कई कैदी गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
जेल के अंदर अवैध रूप से मोबाइल फोन, ड्रग्स और अन्य प्रतिबंधित वस्तुएं मिलने के मामले भी सामने आए हैं।
नवंबर 2024 में सेंट्रल जेल के बाहर अज्ञात हमलावरों ने गोलीबारी की थी, जिसमें एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस मामले में पुलिस ने हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया था।
जेल प्रशासन पर उठ रहे सवाल, अधिकारी मौन (Raipur Central Jail Suicide Case)
कैदी की आत्महत्या के बाद जेल प्रशासन पर सवालों की बौछार हो रही है। आखिर जेल में रहते हुए कैदी इतना बड़ा कदम उठाने के लिए मजबूर क्यों हुआ? क्या जेल में सुरक्षा के इंतजाम पर्याप्त नहीं थे?
मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों पर जेल प्रशासन के अधिकारी कोई जवाब नहीं दे रहे हैं। अभी तक किसी भी अधिकारी का आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, जिससे मामले पर और अधिक संदेह गहरा रहा है।
अब क्या होगा (Raipur Central Jail Suicide Case)
फिलहाल पुलिस कैदी की आत्महत्या के कारणों की गहन जांच कर रही है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद यह स्पष्ट होगा कि पैट्रिक की मौत आत्महत्या थी या इसके पीछे कोई और वजह है।
जेल प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं और इस घटना के बाद जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर पुनर्विचार किया जा सकता है।
अगर यह साबित होता है कि खाने की खराब गुणवत्ता के कारण कैदी ने आत्महत्या की है, तो जेल प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है।