Baramkela News : सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 4 लिप्ती क्षेत्र से कविता शुकदेव दुआन (Kavita Duwan) ने शुक्रवार को नामांकन पत्र दाखिल किया। इस क्षेत्र में यह सीट इस बार महिला प्रत्याशियों के लिए आरक्षित होने के कारण कविता दुआन ने चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया। इससे पहले उनके पति शुकदेव दुआन ने 2020 के चुनाव में भारी मतों से जीत दर्ज की थी और अपने कार्यकाल में अनेक विकास कार्य किए थे।
विकास कार्यों की लंबी सूची, जनता में भरोसा (Kavita Duwan)
कविता दुआन (Kavita Duwan) के पति शुकदेव दुआन ने बीते पांच वर्षों में क्षेत्र के विकास के लिए कई अहम कार्य करवाए, जिससे जनता के बीच उनकी अच्छी छवि बनी। उनके कार्यकाल में महिमा आश्रम परसरामपुर और नदीगाँव बस्ती में बोर खनन सह पंप स्थापना, लिप्ती ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम विजयपुर में सीसी रोड निर्माण काम कराया।
इसके अलावा बुदबुदा ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम बिलाईगढ़ में पचरी निर्माण, पंचधार में नावाकांटा तालाब पर चौपाल निर्माण, ठाकुरदेई में चौपाल निर्माण, धान उपार्जन केंद्र पंचधार में बोर खनन सह पंप स्थापना जैसे कई विकास कार्य किए गए। इसके अलावा पुरातात्त्विक महत्व के शिव मंदिर प्रांगण में बोर खनन सह पंप स्थापना भी कराई गई, जिससे स्थानीय लोगों को बड़ी राहत मिली।
जनता की उम्मीदें और कविता दुआन का संकल्प (Kavita Duwan)
जनपद पंचायत चुनाव में अब जनता की नजरें कविता दुआन पर टिकी हैं। क्षेत्र में उनके परिवार की मजबूत पकड़ और जनसेवा की पृष्ठभूमि को देखते हुए वे एक प्रभावशाली प्रत्याशी के रूप में उभर रही हैं।
नामांकन के दौरान उन्होंने कहा, “मेरे पति ने क्षेत्र की सेवा में जो कार्य किए हैं, उन्हें और आगे बढ़ाने का मेरा संकल्प है। जनता की भलाई और उनके मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति के लिए मैं पूरी निष्ठा से कार्य करूंगी।”
चुनाव में कड़ी टक्कर की संभावना (Kavita Duwan)
इस चुनाव में लिप्ती क्षेत्र से कई प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन कविता दुआन की मजबूत पकड़ और उनके परिवार द्वारा किए गए विकास कार्यों को देखते हुए उन्हें कड़ी टक्कर देने के लिए बाकी उम्मीदवारों को कड़ी मेहनत करनी होगी। उनकी उम्मीदवारी से यह चुनाव और अधिक दिलचस्प हो गया है।
अब देखना होगा कि जनता का विश्वास फिर से दुआन परिवार (Kavita Duwan)पर कायम रहता है या कोई अन्य प्रत्याशी इस बार जीत दर्ज करता है। आगामी मतदान में क्षेत्र के लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर यह फैसला करेंगे कि अगले पांच वर्षों के लिए विकास की बागडोर किसके हाथ में होगी।