Wednesday, January 15, 2025
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Flood Affected Areas : बांधों से पानी छोड़ने के 12 घंटे पहले निचले जिलों और सीमावर्ती राज्यों को करना होगा सूचित

Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ में मानसून के पूरी तरह से सक्रिय होने से पहले उच्च स्तरीय बाढ़ नियंत्रण समिति (Flood Affected Areas) की बैठक हुई। बैठक में आने वाले दिनों में अधिक बारिश होने की वजह से बाढ़ जैसे हालातों से निपटने और तैयारियों को लेकर चर्चा की गई है। बारिश, बाढ़ की निगरानी और नियंत्रण के लिए प्रदेश स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष भी तैयार किया गया है।राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण समिति की बैठक सम्पन्नबैठक में तय किया गया है कि बारिश के दिनों में बांधों का जल स्तर बढ़ने पर बांधों को खोलने से 12 घंटे पहले निचले जिलों और सीमावर्ती राज्यों को इसकी सूचना देनी होगी। प्रदेश में कमजोर हो चुके पुल-पुलियों और इमारतों की पहचान कर मरम्मत कराने को कहा गया। साथ ही बाढ़ के समय दुर्घटना वाले क्षेत्र में सूचना फलक और बैरियर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए।

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प्रदेश स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष भी तैयार : राज्य एवं आपदा प्रबंधन विभाग (Flood Affected Areas) के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में इस माह में मानसून सक्रिय होने की संभावना है। इसलिए सभी जिलों में वर्षा की जानकारी संकलित की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना भी की गई है। इसका दूरभाष क्रमांक 0771-2223471 एवं फैक्स क्रमांक 0771-2223472 है। इसके अतिरिक्त बाढ़ नियंत्रण कक्ष से 0771-2221242 दूरभाष पर भी सम्पर्क किया जा सकता है। जिला स्तर पर भी बाढ़ नियंत्रण कक्षों की स्थापना की गई है।

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इन तैयारियों को पहले ही करने के निर्देश : बैठक में बताया गया कि बाढ़ की स्थिति को देखते हुए पहुंचविहीन क्षेत्रों में खाद्य सामग्री, नमक, केरोसिन, जीवन रक्षक दवाईयां, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों (Flood Affected Areas)में चिकित्सा दलों का गठन सहित अन्य जरूरी सामग्री संग्रहित करने के निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दे दिए गए है। बरसात के दिनों में पेयजल स्त्रोतों के आस-पास साफ-सफाई एवं वहां पर ब्लिचिंग पावडर की व्यवस्था करने के निर्देश लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को दिए गए है। इसी प्रकार से ऐसे क्षेत्रों की चिन्हांकन कर ली जाए जहां प्रतिवर्ष बाढ़ आती है।

 

नालियों की सफाई कराने के निर्देश : इन क्षेत्रों में सतत् निगरानी रखने एवं अवश्यकता पड़ने पर वहां के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और उनके ठहरने के लिए राहत शिविर आदि की समुचित योजना बनाने के निर्देश दिए गए है। बाढ़ से बचाव संबंधित उपकरणों की मरम्मत करने और जिन जिलों में मोटरबोट उपलब्ध है, उनकी जानकारी शीघ्र ही राहत आपदा नियंत्रण कार्यालय को दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए नगर सेना एवं नागरिक सुरक्षा के अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने कहा गया है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के अधिकारियों को नगरीय क्षेत्रों में नालियों की साफ-सफाई बरसात के दिनों में निरंतर कराये जाने कहा गया है।

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