Raipur News : 14 नवंबर से शुरू हुए धान खरीदी पर संकट के बादल छाए हुए हैं, क्योंकि अधिकांश खरीदी केंद्र में बारदाना की कमी है। बारदाना कमी को देखते हुए सरकार खुद किसानों से बारदाना की खरीदी कर रहीं है। लेकिन, बारदाना का रेट कम मिलने से किसान नाराज है। यहीं कारण है कि गुरुवार को गरियाबंद जिले के राजिम अंतर्गत बेलटुकरी धान खरीदी केंद्र के सामने किसानों प्रदर्शन (Farmers Protested) कर विरोध दर्ज कराया है।
प्रदेश के राइसमिलर्स बकाया राशि भुगतान समेत अन्य मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं। इससे धान खरीदी केंद्रों में पुराने बारदाने की सप्लाई नहीं हो रही है। ऐसे में सरकार समितियों के माध्यम से मुनादी कराकर किसानों से 50 प्रतिशत बारदाने की मांग कर रही है। जिन किसानों के पास पुराना बारदाना नहीं है वे अपनी उपज बेचने से वंचित हो जाएंगे और उनका टोकन भी निरस्त हो जाएगा। इस डर से किसानों में आक्रोश दिखाई दे रहा है।
यह आक्रोश गुरुवार को राजिम के बेलटुकरी धान खरीदी में दिखा, जब 50 प्रतिशत पुराना बारदाना नहीं लाने वाले किसानों को खरीदी केंद्र में प्रवेश नहीं दिया गया। बेलटुकरी, भैंसातरा, किरवई और लफंदी के किसान अपनी टोकन के साथ खरीदी केंद्र बेलटुकरी धान बेचने पहुंचे थे, लेकिन स्वयं का बारदाना नहीं लाने के कारण उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया, जिससे आक्रोशित किसानों ने गेट के सामने से लेकर सड़क पर धान से लदे ट्रैक्टर, पिकअप, बैलगाड़ी आदि को खड़ा कर विरोध प्रदर्शन करने लगे।
समिति अध्यक्ष चेमन लाल धीवर ने कहा कि राइस मिलरों के हड़ताल के कारण पुराना बारदाना नहीं मिला है और किसानों से धान खरीदी करने उनसे बारदाना मंगवाया गया है, जिसका प्रति बारदाना 25 रुपये किसानों को भुगतान कराया जाएगा। इस मामले में समिति प्रबंधक बैंक (कैटर ) मनोज दिवाकर से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि बारदाने की कमी की वजह से धान खरीदी प्रभावित हो सकती थी, लेकिन मिलरों से बरदाना मिलना प्रारंभ हो गया है। आज ही 15 हजार पुराना बारदाना बेलटुकरी सोसायटी को मिला है।