Gariabandh News : छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के मैनपुर ब्लाक के जाड़ापदर पंचायत में सरपंच हरचंद ध्रुव (बैगा) और उपसरपंच के परिवार का गांव के लोगों ने ‘हुक्का-पानी’ बंद (BOYCOTT OF FAMILY) कर दिया है। सरपंच पर आरोप है कि उन्होंने मैनपुर के एक व्यक्ति को राइसमिल निर्माण के लिए ग्राम पंचायत की जमीन पर अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी कर दिया है।
इस विवाद के चलते सरपंच के परिवार से किसी भी प्रकार की बातचीत करने या उनकी सहायता करने पर ग्रामीणों ने पांच हजार रुपये का अर्थदंड लगाने का फरमान जारी कर दिया है। सरपंच हरचंद ध्रुव ने बताया कि इस भूमि की 2005 से 2023 तक दो बार खरीद-फरोख्त हो चुकी है, लेकिन पहले किसी ने विरोध नहीं किया।
उन्होंने कहा कि गांव वाले अब निजी स्वार्थ के चलते इसका विरोध कर रहे हैं और मुझ पर गलत तरीके से एनओसी देने का आरोप लगा रहे हैं। दूसरी ओर, ग्रामीणों का कहना है कि उक्त भूमि पर उनका देव स्थल हैं और इसके पास तालाब व स्कूल भी संचालित स्थित है।
ग्रामीणों के अनुसार, पूर्व में खरीदारों ने इस भूमि पर खेती-किसानी की थी, जिससे किसी को आपत्ति नहीं थी, परंतु राइसमिल बनने से तालाब की सफाई, देवगुड़ी की पवित्रता और बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ेगा। हम खेती या गोदाम के लिए अनुमति दे सकते हैं, लेकिन राइसमिल के लिए नहीं।
कलेक्टर से लगाई न्याय की गुहार (BOYCOTT OF FAMILY)
इस विवाद के चलते सरपंच ने कलेक्टर दीपक अग्रवाल और पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर मामले में जल्द कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उचित कार्रवाई नहीं हुई तो वे पूरे परिवार के साथ पैदल मार्च करेंगे। मैनपुर थाना प्रभारी शिव शंकर हुर्रा ने बताया कि दोनों पक्षों को समझाइश दी जा रही है और उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।