Chhattisgarh News : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बर्ड फ्लू (Bird Flu Advisory) के प्रकरण की पुष्टि होने पर इसे गंभीरता से लेते हुए राज्य भर में बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कलेक्टरों और पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को तुरंत एहतियाती कदम उठाने, सतर्कता बरतने और बायोसेक्युरिटी निर्देशों का पालन करने के आदेश दिए हैं।
राज्य में बर्ड फ्लू (Bird Flu Advisory) की रोकथाम हेतु एक राज्य स्तरीय रेपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है, जबकि राज्य एवं जिला स्तर पर कंट्रोल रूम भी स्थापित किए गए हैं। यह कदम बर्ड फ्लू के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए उठाए गए हैं।
बता दें कि रायगढ़ जिले में स्थित शासकीय कुक्कट पालन प्रक्षेत्र में बर्ड फ्लू (एवियन एनफ्लूएंजा) के मामले की पुष्टि हुई है। 30 जनवरी को कुक्कट पालन प्रक्षेत्र में बड़ी संख्या में पक्षियों की अकस्मिक मृत्यु की सूचना मिली थी। पशु चिकित्सकों की टीम ने जांच के बाद 31 जनवरी को राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल से बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि प्राप्त की।
पशु चिकित्सा विभाग ने तुरंत प्रभाव से प्रभावित कुक्कट पालन प्रक्षेत्र के 1 किलोमीटर के दायरे को इन्फेक्टेड जोन घोषित कर कुक्कट, अंडे, आहार और अन्य सामग्रियों का विनिष्टीकरण किया है।
इस दायरे के 1 से 10 किलोमीटर के क्षेत्र को सर्वलेंस जोन में तब्दील कर पोल्ट्री और अंडे की दुकानों को बंद कर दिया गया है। साथ ही सीरो सर्वलेंस कार्य भी शुरू कर दिया गया है। रायगढ़ जिले के कुक्कुट पालकों को मुआवजा देने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्य पशु चिकित्सक ने आम जनता से अपील की है कि वे घबराएं नहीं, क्योंकि सभी आवश्यक कार्रवाई की जा चुकी है। पोल्ट्री उत्पादों का सेवन सावधानीपूर्वक किया जा सकता है, क्योंकि ये पोषण से भरपूर होते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि अन्य हिस्सों से बर्ड फ्लू (Bird Flu Advisory) के मामले की कोई सूचना नहीं है, और लोगों को संक्रमित क्षेत्र से बचने के लिए सतर्क रहने की जरूरत है।
हालांकि बर्ड फ्लू (Bird Flu Advisory) का वायरस अभी तक मानवों में नहीं फैला है, लेकिन इसके लक्षणों और संक्रमण के जोखिम के बारे में लोगों को जागरूक किया गया है, ताकि वे आवश्यक सावधानियां बरत सकें।