Thursday, October 17, 2024

भाजपा और कांग्रेस के घोषणा पत्र में अंतर, एक तरफ मोदी की गारंटी तो दूसरी तरफ कांग्रेस की लबारी

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी घोषणा पत्र समिति के संयोजक सांसद विजय बघेल ने कांग्रेस घोषणा पत्र को झूठ का दस्तावेज करार दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा किसानों को कांग्रेस की तुलना में 1100 रुपये अधिक धान की कीमत देगी। इनकी झूठी बातों और खोखले वादों पर अब भरोसा करेगा कौन। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के साथ छत्तीसगढ़ जनता के भरोसे का संकल्प पत्र हमने जारी किया है। जिसमें राज्य के किसानों, मजदूरों, महिलाओं, युवाओं सब के हितों का पूरा ध्यान रखा गया है। हम किसान को कांग्रेस के मुकाबले ज्यादा देंगे। दो साल का बकाया बोनस 25 दिसंबर को एकमुश्त मिल जाएगा। उन्होंने भाजपा की सरकार धान खरीदी का ज्यादा और एकमुश्त भुगतान करेगी। किश्तों के मकड़जाल से किसान मुक्त होगा । किसानों को अपना काम छोड़कर बैंक के चक्कर लगाने की जरूरत और नहीं पड़ेगी। गांवों में ही बैंकिंग की हीं, व्यवस्था करेंगे। किसानों को यूरिया, पोटाश के लिए तरसाने वाली कांग्रेस ने वर्मी खाद के नाम पर किसानों का शोषण किया है उन्हें लूटा है जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने उर्वरकों के दाम तीन गुने बढ़ जाने के बावजूद किसानों को सब्सिडी देकर उन्हें सस्ती दर उर्वरक उपलब्ध कराए है। भूपेश बघेल ने तो यह फायदा भी किसानों को नहीं मिलने दिया। कांग्रेस के झूठ पत्र में न तो नियमित करने का जिक्र है, न शराबबंदी का, न रोजगार का कोई रोडमैप है।

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कांग्रेस ने आनन फानन में हमारे घोषणा पत्र की बेशर्मी से नकल की है, लेकिन वह इसमें भी विफल है। पांच साल पहले जो घोषणाएं की थीं उनका 70 फीसदी झूठ निकला। यह कांग्रेस का ठगी पत्र है।

 

कांग्रेस के घोषणा पत्र पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की प्रतिक्रिया, बताया लबारी पत्र

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए आज कांग्रेस ने घोषणा पत्र जारी किया इसपर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इसे कांग्रेस का लबारी पत्र बताते हुए कहा कि ऐसा ही एक लबारी पत्र कांग्रेस ने पिछली बार भी जारी किया था, जनता ने उसपर भरोसा किया था लेकिन सत्ता में आने के बाद पिछले 5 साल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सिर्फ़ जनविरोधी कार्य किए, कांग्रेस को तो नया लबारी पत्र जारी करने की जरूरत भी नहीं थी, पुराने घोषणा पत्र का ही एक भी वादा ठीक से पूरा नहीं हुआ है 5 साल मुख्यमंत्री रहने के नाते भूपेश बघेल का ये दायित्व था कि वो पहले पिछले घोषणा पत्र के वादों का हिसाब दें।

इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इस लबारी पत्र में कोई दम नहीं है, 4 पन्नों का लबारी पत्र है जिसमें मात्र 20 बिंदु हैं वो उसमें भी कुछ पिछले घोषणा पत्र के और कुछ भाजपा के संकल्प पत्र के वादे कॉपी किये गए हैं। कांग्रेस सरकार के 4 पन्नों के लबारी पत्र में और 56 इंच का सीना रखने वाले भाजपा के 56 पन्नों के संकल्प पत्र में बहुत फर्क है, भाजपा के 56 पन्नों के संकल्प पत्र में मोदी जी की हर वर्ग, हर व्यक्ति के लिए गारंटी है। कांग्रेस ने पिछले 5 साल किसानों के लिए बड़ी-बड़ी बातें की लेकिन इस लबारी पत्र में उनकी हकीकत सामने आ गई है, इन्होंने भाजपा के संकल्प पत्र की कॉपी करके धान में 100 रूपए तो बढ़ाए लेकिन नक़ल के लिए भी अकल चाहिए। कांग्रेस कहती है कि 3200 रूपए प्रति क्विंटल में एक एकड़ का 20 क्विंटल धान खरीदेगी जबकि भाजपा 3100 रुपए प्रति क्विंटल में एक एकड़ का 21 क्विंटल धान खरीदेगी। अब साधारण गणित है कि कांग्रेस के हिसाब से (3200×20 = 64,000) एक एकड़ पर किसान को ₹64 हजार मिलेंगे वहीं अगर भाजपा (3100×21 = 65,100) देगी, जिसमें किसान को प्रति एक एकड़ पर 1100 ज्यादा मिलेंगे। इसके साथ ही भाजपा पिछले 2 साल का बकाया बोनस भी 25 दिसम्बर को किसानों को देने जा रही है, जिसका जिक्र भी कांग्रेस ने अपने लबारी पत्र में नहीं किया है।

साथ ही कांग्रेस द्वारा औद्योगिक पार्क स्थापित करने की घोषणा पर पूर्व सीएम ने कहा कि पिछली बार भी कांग्रेस ने 200 फूड पार्क बनाने की घोषणा की थी और आज तक 2 फूड पार्क भी नहीं बना यह सिर्फ़ झूठे वादे करते हैं।

पूर्व सीएम ने आगे युवाओं और महिलाओं को लेकर कहा कि आप कांग्रेस का लबारी पत्र ध्यान से देखेंगे तो आपको दिखाई देगा कि इसमें ना तो युवाओं के लिए रोजगार संबंधित कोई घोषणा है और ना ही महिलाओं को सशक्त करने के लिए कोई नीति है इन्होंने युवाओं को सिर्फ बेरोजगारी भत्ते पर आश्रित कर दिया है जो कि यह पिछली बार की तरह 4 साल बाद देंगे और वह भी इतने कड़े नियमों के साथ की 99 फ़ीसदी युवा उस नियम से बाहर हो जाएंगे वहीं आप भारतीय जनता पार्टी का संकल्प पत्र देखीए जिसमें न केवल महिलाओं को 500 रूपए में गैस सिलेंडर और सालाना 12,000 रूपये की वित्तीय सहायता है बल्कि 2 साल में प्रदेश के एक लाख युवाओं को शासकीय पदों पर भर्ती की महत्वपूर्ण घोषणा भी है।

भाजपा के संकल्प पत्र के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि हमारे पास छत्तीसगढ़ के उज्जवल भविष्य के लिए अगले 5 साल का रोड मैप है प्रदेश के विकास का ब्लूप्रिंट है जबकि कांग्रेस के पास सिर्फ 4 पन्नों तक सीमित और 4 लोगों द्वारा बनाया गया एक खोखला लबरी पत्र है।

इसके अलावा आदिवासी विकास पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी अंचलों के विकास के लिए पिछले 5 साल में कांग्रेस सरकार ने कुछ नहीं और इस लबारी पत्र में भी आप देखेंगे तो इन्होने सिर्फ तेंदूपत्ता संग्राहकों को पारिश्रमिक बढाकर 6 हजार देने का वादा किया है और पिछले 5 साल से तेंदूपत्ता का बोनस खाने वाली कांग्रेस ने 4 हजार बोनस देने का वादा किया है यानी कुल लाभ 10 हजार इसके अलावा और कुछ नहीं है जबकि भाजपा के संकल्प पत्र में हमने 5500 रूपए पारिश्रमिक और अतिरिक्त संग्रहण करने वालों को 4500 रूपए बोनस देने जा रहे हैं यानी कुल 10 हजार और इसके अलावा आदिवासी विकास के लिए हम संग्रहण के दिनों में बढ़ोत्तरी कर 15 दिन करेंगे, चरण पादुका योजना पुनः शुरु करेंगे, जनजाति कल्याण हेतु 5 लाख वनाधिकार पट्टे वितरित करेंगे, फड़ मुंशीयों को कमीशन के अतिरिक्त 25 हजार रूपए वार्षिक मानदेय प्रदान करेंगे, हम राज्य के प्रत्येक जनजातीय परिवार को आजीविका में बढ़ोतरी हेतु 2 बकरियां देंगे, हम आदिवासी छात्रों के लिए 100 विश्व स्तरीय आवासीय विद्यालय बनाएंगे, हम प्रत्येक देव गुड़ी के लिए ₹5 लाख रुपये तक की अनुदान सहायता प्रदान कर राज्य में सभी देव गुड़ियों को मजबूत करेंगे।

धार्मिक विकास को लेकर पूर्व सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने किसी भी धर्म और सांकृति को लेकर कोई घोषणा नहीं की है इससे यह स्पष्ट हो गया कि कांग्रेस के लिए धर्म और लोगों की आस्था सिर्फ़ राजनीति का विषय है।

साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने जिस प्रकार वादा खिलाफी की उससे उन्हें पता था कि वो दोबारा सत्ता में नहीं आयेंगे इसलिए जितना लूट सकते थे लूट कर लिए अब उनको अपनी हार दिख गई है इसलिए उनकी घोषणा पत्र समिति ने भी सोचा कि जब हार ही रहे हैं तो ज्याद मेहनत क्यों करना, 4 पेज के घोषणा पत्र में 20 बिंदु डाले और औपचारिकता पूरी की, पिछली बार इन्होने राहुल गाँधी के हाथों से लबारी पत्र जारी करवाया था, गंगाजल की कसम खिलवाई थी लेकिन कोई वादा पूरा नहीं किया और राहुल गाँधी को भी ठग दिया इसीलिए इस बार इनके कोई बड़े केन्द्रीय नेता तक नहीं आए।

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