High Alert lclg : पाकिस्तान पर भारतीय सेना की एयर स्ट्राइक (War Siren) के बाद देशभर में सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी है। इसी संदर्भ में, केंद्र सरकार की पूर्व निर्धारित योजना के तहत आज, मंगलवार 7 मई को, भारत के 259 स्थानों पर एक व्यापक मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है।
यह मॉक ड्रिल न केवल सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता का परीक्षण करेगी, बल्कि आम नागरिकों को संकट के समय में पहली प्रतिक्रिया देने के लिए भी तैयार करेगी। छत्तीसगढ़ में भिलाई शहर में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा, और पूरे शहर को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
हवाई हमले का सायरन (War Siren)
इस अभ्यास का प्रमुख उद्देश्य हवाई हमले की स्थिति में नागरिकों की प्रारंभिक प्रतिक्रिया का परीक्षण करना है। इसके तहत विभिन्न स्थानों पर हवाई हमले के सायरन बजाए जाएंगे और कुछ क्षेत्रों में ब्लैकआउट भी किया जाएगा, ताकि लोग यह अनुभव कर सकें कि युद्ध या आतंकवादी हमले जैसी परिस्थितियों में उन्हें कैसे व्यवहार करना चाहिए।
पहली बार 1971 के बाद इतना बड़ा अभ्यास
यह अभ्यास (War Siren) 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद देश में नागरिक सुरक्षा के क्षेत्र में सबसे बड़ा मॉक ड्रिल माना जा रहा है। केंद्र सरकार ने 2010 में 244 जिलों को सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट्स के रूप में अधिसूचित किया था, जिनमें कई सीमावर्ती राज्य जैसे राजस्थान, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर क्षेत्र शामिल हैं। आज इन जिलों में एक साथ यह अभ्यास किया जाएगा।
क्या होगा आम जनता के लिए असर
जिन जिलों में यह ड्रिल (War Siren) आयोजित की जा रही है, वहां पूर्व सूचना के बावजूद कुछ समय के लिए ध्वनि सायरन, ट्रैफिक नियंत्रण, सार्वजनिक स्थानों का बंद होना, या कुछ क्षेत्रों में बिजली की कटौती जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। प्रशासन ने आम नागरिकों से सहयोग की अपील की है और अफवाहों से बचने की सलाह दी है।
एयरस्ट्राइक के बाद माहौल गर्म
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई थी। इसके प्रतिशोध में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है। ऐसे में आज की मॉक ड्रिल की अहमियत और भी बढ़ जाती है।
