Balrampur News : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मुख्य आतिथ्य में 14 जनवरी को दोपहर 12 बजे तीन दिवसीय भव्य तातापानी महोत्सव (TaTaPani Mahotsav) संक्रांति परब का उद्घाटन होगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री बलरामपुर-रामानुजगंज जिले को 167.25 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात देंगे, जिसमें 124.10 करोड़ रुपये की लागत से 134 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और 43.14 करोड़ रुपये की लागत से 58 कार्यों का लोकार्पण शामिल है।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के तातापानी (TaTaPani Mahotsav) में आयोजित इस महोत्सव के दौरान सांस्कृतिक संध्या में छत्तीसगढ़ी, बॉलीवुड और भोजपुरी के कलाकारों द्वारा शानदार कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे।
महोत्सव के पहले दिन मुख्यमंत्री की उपस्थिति में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 300 जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छत्तीसगढ़ी गायिका गरिमा दिवाकर और उनकी टीम द्वारा छत्तीसगढ़ी गीतों की प्रस्तुति दी जाएगी, साथ ही छात्र-छात्राओं द्वारा भी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
तातापानी महोत्सव (TaTaPani Mahotsav) के दूसरे दिन सांस्कृतिक संध्या के दौरान 15 जनवरी को बॉलीवुड के संगीतकार और गायक मिथुन, साथ ही स्थानीय छात्र-छात्राओं द्वारा ट्राइबल फैशन वॉक का प्रदर्शन किया जाएगा।
तातापानी महोत्सव का समापन पर भोजपुरी अभिनेत्री और गायिका अक्षरा सिंह, स्कूली छात्र-छात्राएं, और इंडियन रोलर म्यूजिक बैंड भिलाई द्वारा विभिन्न प्रस्तुतियां दी जाएंगी।
तातापानी (TaTaPani Mahotsav) अपने गर्म जल स्रोत और धार्मिक महत्व के कारण, देशभर में प्रसिद्ध है। यहां मकर संक्रांति पर्व के अवसर पर 14 से 16 जनवरी तक भव्य मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें छत्तीसगढ़ के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों के लोग भी बड़ी संख्या में शामिल होते हैं।
महोत्सव की खास बातें (TaTaPani Mahotsav)
गर्म जल कुंड का महत्व (TaTaPani Mahotsav)
तातापानी का मुख्य आकर्षण इसके प्राकृतिक गर्म पानी के कुंड हैं, जो स्वास्थ्य लाभ और धार्मिक आस्था के लिए प्रसिद्ध हैं।
महोत्सव के दौरान लोग इन कुंडों में स्नान कर खुद को पवित्र मानते हैं।
संस्कृति और परंपरा का संगम (TaTaPani Mahotsav)
महोत्सव में छत्तीसगढ़ की लोक नृत्य और संगीत प्रस्तुतियां होती हैं।
स्थानीय कलाकार पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं।
राज्य की हस्तकला और हस्तशिल्प का प्रदर्शन भी महोत्सव का मुख्य आकर्षण है।
पारंपरिक भोजन और मेले का आनंद (TaTaPani Mahotsav)
महोत्सव में छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का बड़ा आयोजन किया जाता है।
स्थानीय व्यंजन जैसे चीला, फरा, और अइरसा का स्वाद लेने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
मेले में झूले, दुकानें, और अन्य मनोरंजन के साधन भी उपलब्ध होते हैं।
धार्मिक और पर्यावरणीय पहलू (TaTaPani Mahotsav)
महोत्सव के दौरान पर्यावरण संरक्षण और जल संरक्षण पर जागरूकता फैलाने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
स्थानीय देवी-देवताओं की पूजा और अनुष्ठान भी महोत्सव का हिस्सा होते हैं।
