Raipur News : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शुक्रवार को बड़ा हादसा (Steel Plant Accident) हो गया। रायपुर जिले में एक स्टील प्लांट की छत गिरने से 6 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 6 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने इसकी पुष्टि की और बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही राहत-बचाव दल को मौके पर भेजा गया। हादसे के बारे में रायपुर जिले के पुलिस अधीक्षक लाल उम्मेद सिंह ने कहा कि सिलतरा क्षेत्र स्थित गोदावरी इस्पात प्लांट में छत गिरने से यह हादसा हुआ। दर्जनों लोगों के झुलसने की आशंका है। हादसे के वक्त लगभग 200 लोग मौजूद थे।
रायपुर में स्टील प्लांट की छत गिरने से दर्दनाक हादसा (Steel Plant Accident) हुआ। पुलिस अधीक्षक उम्मेद सिंह ने बताया कि जब प्लांट में कर्मचारी और श्रमिक काम कर रहे थे, तभी भारी ढांचा अचानक गिर पड़ा। इस घटना में दबकर 6 लोगों की मौत हो गई और 6 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की खबर मिलते ही पुलिस दल मौके पर पहुंचा और घायलों को तत्काल अस्पताल भेजा गया।
घटना के बाद घायल लोगों और मृतकों को अस्पताल पहुंचाया गया। रायपुर जिले के वरिष्ठ अधिकारी भी घटनास्थल पर मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि घटनास्थल में कुछ और लोगों के दबे होने की आशंका है, इसलिए राहत और बचाव कार्य (Steel Plant Accident) लगातार जारी है। फायर ब्रिगेड और रेस्क्यू टीम मौके पर तैनात हैं।
रायपुर के स्टील प्लांट हादसे पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मुझे भी जानकारी मिली है और मजदूरों की मौत का गहरा दुख है। सरकार हर पीड़ित परिवार तक सहायता पहुंचाने के प्रयास में है। इसकी विस्तृत जानकारी ली जा रही है।” मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मृतकों के परिजनों को जल्द आर्थिक मदद दी जाएगी।
इधर, कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने भी हादसे पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि रायपुर गोदावरी इस्पात हादसे (Steel Plant Accident) में 6 लोगों की मौत बेहद दुखद है। मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं। ईश्वर उन्हें यह असहनीय पीड़ा सहने की शक्ति दें। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। उन्होंने मांग की कि शासन-प्रशासन इस घटना की हर पहलू से जांच करे और मृतक परिवारों को तुरंत आर्थिक मदद प्रदान करे।
यह हादसा (Steel Plant Accident) छत्तीसगढ़ में औद्योगिक सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। मजदूर संगठनों का कहना है कि प्लांटों में सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन नहीं होने से ऐसे हादसे बार-बार सामने आ रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि उद्योगों में सुरक्षा प्रोटोकॉल और उपकरणों का समय पर रखरखाव होता तो कई जानें बचाई जा सकती थीं। अब देखना होगा कि प्रशासन इस हादसे की जांच किस तरह करता है और पीड़ित परिवारों को कितना राहत मिलती है।
