Sourav Ganguly Today Birthday : सौरव गांगुली को ‘दादा’ के नाम से भी जाना जाता है. उन्होंने अपने करियर के दौरान भारतीय क्रिकेट को नई दिशा दी और बुलंदियों पर ले गए. उन्होंने अपनी कप्तानी में भारतीय टीम को विदेशी धरती पर कई मैच जिताए. गांगुली ने क्रिकेट खेलते हुए कई रिकॉर्ड्स भी बनाए. 8 जुलाई को उनका जन्मदिन (Sourav Ganguly Birthday) है और इस दिन एक ऐसे रिकॉर्ड के बारे में बताएंगे, जो 27 सालों से कायम है.
सौरव गांगुली (Sourav Ganguly Birthday) भारतीय क्रिकेट के सबसे दिग्गज खिलाड़ी और कप्तानों में से एक हैं. उन्हें भारतीय क्रिकेट को एक नई दिशा देने के लिए जाना जाता है. गांगुली ने 1992 में टीम इंडिया के लिए वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे में डेब्यू किया था.
वहीं टेस्ट मैच में इंग्लैंड के खिलाफ 1996 में लॉर्ड्स के मैदान पर डेब्यू किया था. अपने पहले ही टेस्ट मैच में उन्होंने शतक जड़ दिया था, जिसके बाद वो सबकी नजरों में आ गए थे और कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. इसके बाद गांगुली ने अपने करियर में कई रिकॉर्ड्स को अपने नाम किया, जो बाद में टूट गए, लेकिन एक रिकॉर्ड ऐसा है जो 27 सालों से उनके नाम है और आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है.
उन्होंने वनडे के 311 मैच में 11363 रन बनाए थे. वो सचिन तेंदुलकर और इंजमाम उल हक के बाद दुनिया में केवल तीसरे बल्लेबाज थे, जिन्होंने वनडे में 10 हजार रन के आंकड़े को पार किया था. वहीं वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में गांगुली भारत में तीसरे और दुनिया में 9वें नंबर पर हैं. क्रिकेट के ‘दादा’ ने 27 साल पहले वनडे में एक और कारनामा किया था, जिस पर आज भी उनकी ‘दादागिरी’ जारी है.
गांगुली (Sourav Ganguly Birthday) ने लॉर्ड्स टेस्ट में कारनामा करने एक साल बाद यानि 1997 में पाकिस्तान के खिलाफ 5 मैचों की वनडे सीरीज में लगातार 4 मैचों में 4 प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड अपने नाम किया था. उनके बाद वनडे में आज तक दुनिया का कोई भी क्रिकेटर इस रिकॉर्ड को नहीं तोड़ सका है. बता दें कि उन्होंने अपना वनडे डेब्यू वेस्टइंडीज के खिलाफ 1992 में किया था.
टेस्ट डेब्य के बाद सौरव गांगुली लगातार रन बना रहे थे, जिसका इनाम भी उन्हें मिला. साल 2000 में उन्हें टीम की कप्तानी सौंपी गई, जो भारतीय क्रिकेट के लिए गेम चेंजर साबित हुआ. उनसे पहले भारत केवल अपने देश में जीतने के लिए जाना जाता था, लेकिन उनकी कप्तानी में भारत इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को उनके ही देश में पटखनी देनी शुरू की.
गांगुली की कप्तानी में टीम ने उस वक्त सबसे खतरनाक माने जाने वाली ऑस्ट्रेलिया को 2001 में 2-1 से टेस्ट सीरीज में मात दी. वहीं इंग्लैंड को वनडे में 2002 की नेटवेस्ट सीरीज के फाइनल में हराया. इतना ही नहीं भारत ने इसी साल आईसीसी की चैंपियंस ट्रॉफी को अपने नाम किया.
इसके बाद उनकी टीम 2003 के वनडे वर्ल्ड कप में फाइनल तक पहुंची. इसके अलावा भारतीय 2004 के एशिया कप फाइनल तक पहुंची थी. गांगुली ने 49 टेस्ट मैच में कप्तानी की थी, जिसमें 21 में जीत मिली और 15 मैच ड्रॉ खेला. इन 21 में 11 मुकाबले उन्होंने विदेशी धरती पर जीते थे.
गांगुली (Sourav Ganguly Birthday) ने अपने पूरे करियर में 50 हजार से भी ज्यादा रन बनाए. इसमें टेस्ट के 113 में 7212 रन, वनडे के 311 मैच में 11363 रन, वहीं फर्स्ट क्लास में उन्होंने 15687 रन, लिस्ट ए में 15622 और टी20 1726 रन बनाए. भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान को देखते हुए उन्हें अर्जुन अवॉर्ड और पद्म श्री अवॉर्ड भी नवाजा जा चुका है. वहीं बीसीसीआई ने उनके दूरदर्शी सोच को देखते हुए 2019 में अध्यक्ष बनाया था.