Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (Mnrega In Fraud) में बड़े घोटाले का मामला सामने आया है।
ग्राम पंचायत बरेली (जनपद पंचायत कसडोल) में ऐसे लोगों के नाम पर मस्टर रोल भरे गए हैं, जो वास्तव में मजदूरी नहीं कर रहे हैं। इनमें एक छात्र ऐसा भी है जो रायपुर में रहकर कालेज की पढ़ाई कर रहा है, लेकिन उसके नाम पर मजदूरी की राशि निकाली जा रही है।
मामले में ग्राम पंचायत के पूर्व पंच चंद्रभान साहू पर बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा (Mnrega In Fraud) करने का आरोप लगा है। उनके पुत्र सूरज साहू, जो रायपुर के कोलंबिया कॉलेज में फार्मेसी की पढ़ाई कर रहा है, का नाम मस्टर रोल में शामिल कर भुगतान भी किया गया है।
हैरानी की बात यह है कि सूरज साहू की उपस्थिति कॉलेज में दर्ज होने के बावजूद, उसके नाम पर मनरेगा में मजदूरी की हाजिरी भी चढ़ाई गई है। एक ही समय पर दो अलग-अलग स्थानों पर उपस्थिति संभव नहीं है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि योजना में फर्जीवाड़ा कर राशि गबन की गई है।
परिवार के नाम पर भी गबन (Mnrega In Fraud)
सिर्फ सूरज साहू ही नहीं, बल्कि चंद्रभान साहू ने अपनी पुत्री पायल साहू का नाम भी फर्जी मस्टर रोल में दर्ज करवा दिया। गांव के लोगों का कहना है कि पायल और सूरज दोनों ही मजदूरी नहीं करते, लेकिन फिर भी उनके नाम पर मजदूरी का भुगतान किया गया।
ग्रामीणों के अनुसार, पूर्व पंच चंद्रभान साहू ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर मस्टर रोल में हेराफेरी करवाई और मनरेगा की राशि का दुरुपयोग किया। इस गड़बड़ी से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और वे इस घोटाले की निष्पक्ष जांच व दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
प्रशासन कब करेगा कार्रवाई (Mnrega In Fraud)
गांव के जागरूक लोगों ने इस फर्जीवाड़े की शिकायत संबंधित अधिकारियों से करने की बात कही है। अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस मामले में कब तक और क्या कार्रवाई करता है? ग्रामीणों की मांग है कि मनरेगा में हो रही इस तरह की अनियमितताओं पर सख्त कार्रवाई हो और दोषियों को दंडित किया जाए।