Dhamtari News : छत्तीसगढ़ राज्य के कई पर्यटन स्थलों में से एक, धमतरी जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम जबर्रा (JABARRA), पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
(JABARRA) यहाँ शांत और घने जंगलों के बीच ट्रेकिंग का आनंद, कलकल बहती नदी के किनारे सैर, विश्राम के लिए रेस्ट हाउस, वन औषधियों के उपचार के तरीके बताने वाले वैद्य, पर्वतों की सैर कराने वाले गाइड, आदिवासी संस्कृति की झलक दिखाने वाले समूह और आदिवासी व्यंजनों की मिठास का अनुभव किया जा सकता है।
यह सब कुछ शहर की हलचल से दूर, वनांचल नगरी विकासखंड के जबर्रा में उपलब्ध है। इसे प्रशासन द्वारा ईको टूरिज्म के रूप में विकसित किया गया है। जबर्रा का रोमांच दुगली से जबर्रा के 13 किलोमीटर के रास्ते पर चलते ही शुरू हो जाता है। यह घने जंगलों के बीच बसा हुआ है, जो 5352 हेक्टेयर में फैला है और यहाँ 300 से अधिक प्रकार की वनौषधियाँ पाई जाती हैं।
ईको-फ्रेंडली टूरिज्म (JABARRA) का उद्देश्य पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना पर्यटन का विकास करना है। प्रशासन ने स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार से जोड़ा है। जबर्रा की खासियत यह है कि यहां प्रकृति का आनंद लेने के लिए न केवल देश के बल्कि विदेशों से भी पर्यटक आते हैं।
अमेरिका, जापाना व आस्ट्रेलिया के भी पर्यटक पहुंचे (JABARRA)
दिल्ली, पुणे, बेंगलुरू, नागपुर, रायपुर, राजस्थान के साथ-साथ नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, पोलैंड, जापान, लंदन और श्रीलंका से भी विदेशी पर्यटक यहां पहुंचते हैं। जबर्रा में पर्यटकों की सुविधा के लिए 20 सदस्यों का एक समूह बनाया गया है, जिन्हें प्रशिक्षण दिया गया है और ये युवा “जबर्रा हिलर्स” के नाम से जाने जाते हैं।
ये युवा जबर्रा (JABARRA)आने वाले पर्यटकों के लिए ठहरने, खाने और गाइड की व्यवस्था करते हैं, साथ ही उनका जोरदार स्वागत भी करते हैं। देशी-विदेशी पर्यटकों को जबर्रा के पर्वतों और नदियों की सैर कराते हुए वनौषधियों की जानकारी भी प्रदान की जाती है। इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं और पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं भी उपलब्ध हो रही हैं।