Saturday, January 25, 2025
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Illegal Hostel : सीएम के गृह जिले में हो रहा था ये काम, सूचना मिलते ही एक्शन, बच्चों का किया रेस्क्यू

Jashpur News :  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के गृह जिले जशपुर में जिला प्रशासन ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई की है। यहां अवैध तरीके से संचालित छात्रावास (Illegal Hostel) को खाली करवाया गया। अवैध तरीके से संचालित छात्रावास में छोटे-छोटे बच्चों थे। इस हॉस्टल को संचालित करने की ना प्रशासन से अनुमति थी और ना ही कोई इंतजाम। सीएम तक शिकायत पहुंचते ही जिला प्रशासन हरकत में आया और अवैध रूप से संचालित हॉस्टल को बंद करवा दिया। वहीं बच्चों को शासकीय छात्रावास शिफ्ट कर दिया गया है। 

बगीचा एसडीएम के नेतृत्व में दीपू बगीचा स्थित नियम विरुद्ध संचालित छात्रावास (Illegal Hostel) पर कड़ी कार्रवाई की गई। निरीक्षण के दौरान प्रशासन ने पाया कि छात्रावास बिना अनुमति के संचालित किया जा रहा था, और यहां कई गंभीर अनियमितताएं भी मौजूद थीं।

Also Read  Babu Barkhast : बाबू ने की मनमानी तो कलेक्टर ने सेंवा से किया बर्खास्त

एसडीएम संस्कृति कला केंद्र दीपू बगीचा में जांच के दौरान पाया की यहां पर संस्कृति कला केंद्र और राजी पड़हा में दो भवन निर्मित है। उक्त भवन में महामानव कार्तिक उरांव विद्यालय राजी पड़हा टिकैटगंज में संचालित स्कूल के बच्चों के लिए छात्रावास के रूप में संचालित किया जा रहा था।

निरीक्षण में पाया गया कि इस छात्रावास (Illegal Hostel) में 3 से 14 वर्ष की उम्र के 27 बच्चे छात्रावास में मौजूद थे। इनमें से 3 बच्चों की हालत गंभीर थी, जिन्हें तत्काल जिला अस्पताल भेजा गया। इसके अलावा, चिरायु टीम द्वारा किए गए स्वास्थ्य परीक्षण में 15 बच्चों को कुपोषित और एक बालिका को एनिमिक भी पाया गया।

Also Read  Mahtari Vandan Yojana : महतारी वंदन योजना की दूसरी किस्त जारी, इस तरह महिलाएं फटाफट चेक करें अपना एकाउंट

प्रशासन ने सभी बच्चों को रेस्क्यू कर शासकीय छात्रावास में शिफ्ट किया और छात्रावास भवन को लॉक कर उसकी चाबी नगर पालिका को सौंप दी गई। जांच में यह भी पाया गया कि बालक-बालिकाओं को एक ही कमरे में रखा गया था और साफ-सफाई सहित अन्य सुविधाओं का अत्याधिक अभाव था।

निरीक्षण में पाया गया कि छात्रावास में बच्चों को दी जाने वाली भोजन की गुणवत्ता भी संदिग्ध पाई गई, और बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य संबंधी कोई भी व्यवस्था नहीं थी। साथ ही, फायर सेफ्टी और सुरक्षा के अन्य इंतजामों का भी यहां पर पूर्णतः अभाव था।

Also Read  Nikay Chunav CG : नगरीय निकाय चुनाव के लिए संशोधित कार्यक्रम जारी, इस दिन होगा मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन

 

Most Popular