Wednesday, January 15, 2025
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Gariaband : आंख, चेहरे और पैर में चोट, लगे चार टांके और दो इंजेक्शन फिर भी परीक्षा देने पहुंची छात्रा

Gariaband Neha Sen : गरियाबंद जिले में लापरवाही के बीच इंसानियत की मिसाल और लक्ष्य साधने का जज्बा देखने को मिला। जब कन्या शाला में प्री बीएड का एग्जाम दिलाने बिना चप्पल, आंख, चेहरे और पैर में चार टांके और दो इंजेक्शन लगने के बाद पहुंची छात्रा नेहा सेन को देखकर एक मर्तबा तो सब ठिठक गए। परीक्षा केंद्र प्रभारी को जब छात्रा ने अपनी इस हालत के बारे में बताया तो सभी उसकी हिम्मत को सलाम करने लगे।

दरअसल, राजिम ब्लाक के कौंदकेरा की नेहा सेन अपने पिता के साथ रविवार सुबह गरियाबंद जिला मुख्यालय में स्थित कन्या शाला में प्री बीएड की एग्जाम देने के लिए घर से बाइक में निकली थी। जहां दोनों को एक बेलगाम यात्री बस ने ठोकर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक से उछलकर पिता व बेटी दूर जा गिरे। हादसे में बाप-बेटी घायल हो गए हैं। बावजूद इसके छात्रा ने हिम्मत नहीं हारी और परीक्षा देने पहुंच गई।

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जानकारी के अनुसार, कौंदकेरा निवासी योगेश्वर सेन अपनी पुत्री नेहा सेन को प्री बीएड और प्री डीएड का एग्जाम दिलाने के लिए अपने घर से दोपहिया पर सवार होकर निकले थे। इस दौरान गरियाबंद से 12 किलोमीटर पहले नेशनल हाईवे पर बारूका के पास पीछे से आ रही मां शारदा बस के ड्राइवर ने लापरवाही पूर्वक चलाते हुए पिता-पुत्री को पीछे से टक्कर मार दी और मौके से फरार हो गया।

इस दौरान गरियाबंद से रायपुर की ओर जा रहे गरियाबंद निवासी आशीष शर्मा, सुनील यादव और प्रशांत मानिकपुरी ने मिलकर घायल लड़की को जिला अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था कराई तो वहीं दूसरी ओर उसके पिता को 108 के माध्यम से जिला अस्पताल पहुंचाया।

परीक्षा दिलाने की जिद में अड़ी छात्रा : जिला अस्पताल में इलाज के दौरान पता चला की लड़की के पिता का एक पांव फैक्चर हो चुका है। वहीं उनके चेहरे में भी गंभीर चोंटे आई है। पैर फ्रैक्चर होने के कारण वे चल नहीं पा रहे थे। वहीं छात्रा के चेहरे और पांव में चार टांके लगने के बाद भी एग्जाम दिलाने की जिद में अड़ी रही। परीक्षा सुबह 10 बजे से था और छात्रा को जिला अस्पताल में इलाज करते 9 : 50 बज चुका था। इसलिए छात्रा की जिद को देखते हुए पुलिस विभाग के स्टाफ ने मानवता का परिचय देते हुए उसके प्रारंभिक इलाज के बाद उसे पीसीआर वाहन में बिठाकर कन्या शाला परीक्षा सेंटर लेकर पहुंचे।

इसलिए परीक्षा में हुई शामिल : नेहा ने कहा कि परीक्षा हाल तक लाने में मेहनत करने वाले पिता की भावनाओं को ठेस न पहुंचे, इसलिए परीक्षा में शामिल हुई। परीक्षा दो शिफ्ट में थी। पहली शिफ्ट का एक घटा निकल चुका था, लेकिन प्रभारी ने घायल छात्रा को केंद्र में प्रवेश दिलाया। वहीं दूसरी ओर घटना की जानकारी सामने आने के बाद सिटी कोतवाली पुलिस ने मानपुर थाना से संपर्क कर मां शारदा ट्रेवल्स की बस क्रमांक सीजी 23 एच 1541 के दुर्घटना करने के बाद मैनपुर की ओर जाने की जानकारी दी।

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