Korea district hospital news : छत्तीसगढ़ के कोरिया कलेक्टर चन्दन त्रिपाठी (Collector Chandan Tripathi) अचानक जिला अस्पताल का निरीक्षण करने के लिए सुबह करीब 8 बजे पहुंची। उन्होंने इस दौरान विभिन्न वार्डाे का निरीक्षण भी किया।
कलेक्टर ने अस्पताल में पसरी गंदगी पर जिम्मेदार डॉक्टरों व अस्पताल प्रशासन को कड़े शब्दों में चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि मरीजों को उचित दवाई और देखभाल करना आपकी जिम्मेदारी है, इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि शासन हर सुविधा मुहैया करा रही है, उसका लाभ मरीजों और आम लोगों को मिले, यह आपकी जिम्मेदारी है, लेकिन आप लोगों ने अपनी लापरवाही व उदासीनता के कारण अस्पताल की व्यवस्था चरमरा रही है।
कलेक्टर ने हर वार्ड का सूक्ष्म निरीक्षण किया। उन्होंने वार्डों में डस्टबिन डिब्बा नहीं होने पर, परिसर व वार्डाे में साफ-सफाई के आभाव, अस्पताल में लचर अव्यवस्था पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के समक्ष नाराजगी व्यक्त की।
डायलिसिस कक्ष, शिशु वार्ड, प्रसव कक्ष, ओपीडी, सीटी स्कैन, लैब कक्ष आदि स्थानों पर पहुंचकर सीधे मरीजों व वहाँ कार्यरत कर्मियों से इलाज के सम्बंध में जानकारी प्राप्त की, दवाई, टेस्ट, डॉक्टर की उपस्थिति के सम्बंध में भी जानकारी प्राप्त की।
औचक निरीक्षण कर कलेक्टर चन्दन त्रिपाठी (Collector Chandan Tripathi) ने मरीजों को दी जा रही सुविधाओं की गुणवत्ता देखी। दवाओं की उपलब्धता और उपकरणों की स्थिति की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि अस्पताल में सभी आवश्यक सुविधाएं और सेवाएं उपलब्ध हैं और उन्हें समय पर प्रदान किया जाए।
निरीक्षण के दौरान अस्पताल परिसर में साफ-सफाई पर नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल सुधार लाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। शौचालय व वार्डों की सफाई नियमित करने के निर्देश दिए। मरीज कक्षों का भी अवलोकन किया बेडशीट साफ नहीं मिलने पर तत्काल बदलने कहा।
अस्पताल परिसर में नाली की पानी जमा होने पर मौके से ही नगर पालिका अधिकारी को निर्देश दिए कि पानी निकासी की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित करें। उन्होंने अस्पताल परिसर में आवारा मवेशियों के जमावड़ा पर सुरक्षा कर्मी को निर्देश दिए कि अस्पताल परिसर में मवेशी न आए इस पर विशेष ध्यान रखें।
सीएमएचओ को एक सप्ताह के भीतर शौचालय, पेयजल, पंखा, बिजली व्यवस्था सुनिश्चित करने, दवाई, उपकरण खरीदने व अन्य आवश्यक कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने डॉ. सेंगर से कहा कि नियमित रुप से वार्डों का निरीक्षण करें, लापरवाही बिलकुल नहीं बरते।

