Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा में बुधवार सुबह 7.36 बजे भूकंप (Chhattisgarh Earthquake) के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र तेलंगाना में था, लेकिन झटके महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में भी महसूस किए गए। जिसके बाद लोग घरों से बाहर निकल गए। फिलहाल किसी के नुकसान की खबर नहीं है।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, सुबह तेलंगाना के मुलुगु जिले में 5.3 की तीव्रता का भूकंप आया। हैदराबाद में भी झटके महसूस किए गए। यहां भूकंप सुबह 7:27 बजे आया। इसका केंद्र ज़मीन से 40 किलोमीटर की गहराई पर था।
भूकंप (Chhattisgarh Earthquake) के झटके 15 से 20 सेकंड तक लगे। शुरुआती जानकारी के हिसाब से भूकंप में जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है। झटके महाराष्ट्र के नागपुर, चंद्रपुर और गढ़चिरौली और छत्तीसगढ़ के बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा में महसूस किए गए।
इसके अलावा तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के मुलुग, हैदराबाद, रंगारेड्डी,भद्राद्री कोठागुडेम, खम्मम और कृष्णा जिलों में भी लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए। भूकंप के चलते घरों में दीवारों पर दरारें आ गई। लोगों ने घरों से बाहर, खुले मैदान में आकर खुद को सुरक्षित किया।
जानिए क्यों आता है भूकंप (Chhattisgarh Earthquake)
पृथ्वी की चार प्रमुख परतें हैं। इन्हें इनर कोर, आउटर कोर, मेंटल और क्रस्ट कहते हैं। पृथ्वी के नीचे मौजूद प्लेट्स घूमती रहती हैं, जिसके आपस में टकराने पर पृथ्वी की सतह के नीचे कंपन शुरू होता है। जब ये प्लेट्स अपनी जगह से खिसकती हैं तो भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं। जहां प्लेट्स खसकती है उस जगह पर सबसे ज्यादा भूकंप का असर रहता है।
भूकंप महसूस हो तो क्या करना चाहिए
अगर भूकंप के झटके तेज महसूस हो रहे हैं, तो आप घर में मजबूत फर्नीचर, टेबल के नीचे बैठ जाएं और सिर पर हाथ रख लें।
हल्के भूकंप के झटके हों तो घर की फर्श पर बैठ जाएं।
अगर आप हाईराइज बिल्डिंग में रहते हैं तो भूकंप के झटके महसूस होने तक घर में ही रहें। जब भूकंप के झटके रुक जाएं, तो बिल्डिंग के नीचे जाएं।
जब आप नीचे चले जाएं तो बिल्डिंग से बाहर कहीं दूर जाकर खड़े हों, ताकि इमारत के गिरने पर आपकी जान को कोई नुकसान ना पहुंचे।
ऊंची इमारतों में रहते हैं तो हमेशा सीढ़ियों से नीचे जाना ही बेहतर होता है। भूलकर भी लिफ्ट ना लें। पावर कट हुआ तो आप लिफ्ट में फंस सकते हैं।
बिल्डिंग के नीचे, बिजली के खंभे, पेड़, तार, फ्लाई ओवर, पुल, भारी वाहन के आसपास ना खड़े हों।
भूकंप के दौरान आप ड्राइव कर रहे हैं तो गाड़ी को रोककर उसी में बैठे रहें। वाहन किसी खुली जगह पर खड़ी करें ताकी आपके साथ गाड़ी को भी कोई नुकसान ना हो।
भूकंप बहुत तेज आने के कारण आप या आपके परिवार का कोई सदस्य मलबे के ढेर में दब गया है, तो हिले-डुलें नहीं और ना ही वहां मौजूद किसी चीज को हटाकर खुद बाहर आने की कोशिश करें।
घर के सभी बिजली स्विच, गैस, लाइट बंद कर दें। ये हादसे की वजह बन सकते हैं।