Mahanadi News : आषाढ़ के आखिरी दिन याने रविवार से छत्तीसगढ़ में लगातार बारिश (CG Weather) और कैचमेंट से दबाव के कारण शिवनाथ और महानदी का पानी मंगलवार को दायरा छोड़कर करीब डेढ़ दर्जन तटीय गांवों के सरहद तक पहुंच गया। इससे सहायक नदियों और नालों में भी बाढ़ के हालात बन गए। इससे शिवनाथ के तट पर स्थित ईंटभट्ठों में भी पानी भर गया। जिससे यहां काम करने वाले मजदूर फंस गए।
इसके अलावा जिले में लगातार बारिश हो रही थी। इसके चलते मंगलवार की सुबह से शिवनाथ का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया था। दोपहर तक महमरा एनीकट के ऊपर 10 फीट पानी बह रहा था। दोपहर बाद राजनांदगांव मार्ग पर पुराने पुल के ऊपर से भी पानी बहने लगा। इधर दबाव बढऩे से पानी पिसेगांव, तिरगा, झोला, भरदा, रूदा, महमरा, चंगोरी, अछोटी, कोनारी, भोथली, खाड़ा, थनौद, कोसमी, मोहलई, नगपुरा, मालूद, बेलौदी, पीपरछेड़ी, झेंझरी, हटगांव, गनियारी, सहगांव के खेतों तक पहुंच गया।
राजनांदगांव के मोंगरा बैराज से सोमवार को 40 हजार क्यूसेक पानी शिवनाथ नदी में छोड़ा जा रहा था। मंगलवार को इसे घटाकर 5 हजार क्यूसेक कर दिया गया, लेकिन लगातार बारिश होने से आगे मोंगरा बैराज से ज्यादा पानी छोडऩे की संभावना बन सकती है। इसे देखते हुए लोगों को सतर्क रहने कहा गया है।
शिवनाथ नदी में बाढ़ की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा लगातार नजदीकी लोगों के लिए चेतावनी जारी की जा रही है। इसके बाद भी कई लोगों के खतरे वाले जगहों पर रूके रहने की खबर है। इसी के चलते मंगलवार को चंगोरी के ईंट भट्ठे के आठ श्रमिक फंस गए। इसकी सूचना भी एसडीआरएफ को विलंब से दी गई। इसके चलते एसडीआरएफ की टीम मौके पर देर शाम पहुंची और रेस्क्यू कर निकाला।