Chhattisgarh News : नगालैंड के धीमापुर जू से छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित जंगल सफारी के लिए लाए जा रहे हिमालयन भालू (Bear Death) के नर की गर्मी के कारण मौत हो गई।
यह हिमालयन भालू (Bear Death) का जोड़ा बर्फ की सिल्ली में पैक कर भेजा गया था, लेकिन पश्चिम बंगाल के चेकपोस्ट पर 6 अलग-अलग स्थानों पर अधिकारियों ने दस्तावेजों की जांच के लिए वाहन को रोका। इस प्रक्रिया में कहीं 2 तो कहीं 3 घंटे तक भालू को रोककर रखा गया।
अधिकारियों का कहना है कि इस वजह से जलपाईगुड़ी से किशनगंज तक का 200 किमी का सफर 16 घंटे में पूरा हुआ, जिससे बर्फ पिघल गई और नर भालू की तबियत बिगड़ गई। इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
20 फरवरी को वन विभाग की टीम रायपुर पहुंची और पोस्टमार्टम के बाद भालू का अंतिम संस्कार किया गया। मादा भालू को क्वारंटाइन में रखा गया है। इस घटना के दो दिन बाद इसका खुलासा हुआ, जिससे कई सवाल उठ रहे हैं।
अनुबंध के तहत लाया गया था भालू का जोड़ा (Bear Death)
धीमापुर जू से जंगल सफारी के लिए भालू का जोड़ा लाने का अनुबंध किया गया था। वन विभाग की टीम ने 5 चीतल, 9 ब्लैक बग और 5 स्याही को भी साथ लाया था। सभी वन्य प्राणियों को सुरक्षित पहुंचाने के बाद हिमालयन भालू का जोड़ा लाया जा रहा था।
एमडी का बयान (Bear Death)
जंगल सफारी के एमडी, धमशील गणवीर ने कहा कि इसमें छिपाने जैसी कोई बात नहीं है। भालू की तबियत रास्ते में खराब हो गई थी और उसे इलाज के बावजूद बचाया नहीं जा सका। उन्होंने यह भी बताया कि वन विभाग और डॉक्टरों की टीम ने पूरी कोशिश की, और हम भविष्य में एक और हिमालयन भालू लाने का प्रयास करेंगे।
