Baramkela News : छत्तीसगढ़ के सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला तहसील के किसान (Baramkela Formers) इन दिनों बेहद परेशान हैं।
धान खरीदी का समय सीमा निकट आ रहा है और मात्र 8 दिन शेष रह गए हैं, लेकिन कई किसान अभी भी अपनी फसल को धान खरीदी केंद्र में बेचने की स्थिति में नहीं हैं। रकबा सुधार से जुड़ी समस्याओं के कारण किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ग्राम रंगाडीह निवासी डबल सिंह चौधरी (Baramkela Formers) ने बताया कि उनकी भूमि के रकबे में त्रुटि होने के कारण वह अपनी फसल को धान खरीदी केंद्र में नहीं बेच पा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि उन्होंने कई बार पटवारी, तहसीलदार व एसडीएम से संपर्क किया, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ।
इसी तरह ग्राम कमलापानी के किसान (Baramkela Formers) ने दिसम्बर माह में गिरदावरी में धान की जगह बार बार उड़द, धनियां, मिर्ची आदि फसल कर पैसे मांगने के उदेश्य से पटवारी द्वारा परेशान करने की शिकायत सारंगढ़ अनुविभागीय अधिकारी से की थी। इसके बाद कई बार तहसील के चक्कर लगा चुके, लेकिन आज तक आवेदन का निराकरण नहीं किया।
किसानों (Baramkela Formers) का कहना है कि उनके खेतों का रकबा सही ढंग से दर्ज नहीं है। कुछ किसानों के खेतों का रकबा कम दिखाया जा रहा है, जबकि कुछ किसानों के खेतों का रकबा ज्यादा दिखाया जा रहा है। इस कारण किसानों को अपनी भूमि का सही दस्तावेज नहीं मिल पा रहा है और वह अपनी फसल को धान खरीदी केंद्र में नहीं बेच पा रहे हैं।
किसानों की मांग (Baramkela Formers)
किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि उनकी समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाए। किसानों का कहना है कि अगर उनकी समस्या का समय से समाधान नहीं हुआ तो उनकी फसल बर्बाद हो जाएगी।
इस मामले में प्रशासन को किसानों की समस्या का समाधान करने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए। प्रशासन को किसानों के रकबे में त्रुटि को सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठाना चाहिए ताकि किसान अपनी फसल को धान खरीदी केंद्र में बेच सकें।