Sunday, April 27, 2025
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Bageshwar Dham : धीरेंद्र शास्त्री के जन्मदिन पर बागेश्वर धाम में उमड़ा लाखों भक्तों का हुजूम…

Bageshwar Dham Sarkar : उत्तर प्रदेश के हाथरस हादसे के बाद अब मध्य प्रदेश में पुलिस प्रशासन की सांस फूली हुई है. इसकी वजह है विख्यात कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जन्मदिन. 4 जुलाई को छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) में धीरेंद्र शास्त्री का जन्मोत्सव मानने देशभर से लाखों की तादाद में लोग पहुंचे हुए हैं. बाबा के भक्तों की अपार भीड़ को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं और आसपास के 4 जिलों की फोर्स बुलाई है.

छतरपुर एसएसपी आगम जैन ने बताया, बागेश्वर धाम में 250-300 से अधिक पुलिस बल लगा दिया गया है. इसके साथ ही एक्स्ट्रा पुलिस बल भी अन्य जिलों से बुलाया गया है. इसमें पड़ोसी जिलों रीवा, पन्ना, टीकमगढ़ और सागर का पुलिस बल भी शामिल है. पुलिस जवान बागेश्वर धाम में धीरेंद्र शास्त्री के जन्मोत्सव कार्यक्रम में सुरक्षा का इंतजाम देखेंगे.

इसके साथ ही बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) की बात करें तो वहां पर आयोजकों की ओर से मंच भी सजा लिया गया है. जन्मोत्सव कार्यक्रम के पोस्टर और बैनर एक दिन पहले ही लगा दिए गए हैं. इतना ही नहीं, जहां पर जन्मोत्सव कार्यक्रम होना है, उस टिनसेट में कई हजारों भक्तों ने जगह रोक ली है.

फिलहाल पुलिस और प्रशासन के सामने बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) में भीड़ को कंट्रोल करना काफी मुश्किल भरा है ताकि किसी भी प्रकार का हादसा न हो. हालांकि, बागेश्वर बाबा ने एक वीडियो भी जारी किया है. इस वीडियो में उन्होंने सभी भक्तों से घर पर रहकर ही जन्मोत्सव मनाने की अपील की थी. बावजूद इसके जन्मोत्सव के पहले ही बागेश्वर धाम में लोगों का हुजूम उमड़ चुका है और लोग दिल्ली-मुंबई तक से जन्मोत्सव अवसर पर बाबा की एक झलक पाने के लिए आतुर हो रहे हैं.

बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री का पूरा नाम धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री है. वह मध्य प्रदेश राज्य के छतरपुर जिले स्थित बालाजी मंदिर के मुख्य पुजारी हैं और सभाओं में धार्मिक कथाओं का वाचन करते हैं. धीरेंद्र का जन्म 4 जुलाई 1996 को छतरपुर जिले के ही गढ़ा गांव में हुआ था.

वह सामान्य गरीब परिवार से आते हैं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा सरकारी स्कूल से हुई है. शास्त्री कथाओं के साथ अपने ‘दिव्य दरबार’ लगाने के लिए जाने जाते हैं. इस दरबार में बागेश्वर धाम महाराज लोगों के अंतर्मन की बात जानने और उनकी समस्याओं का निदान करने का दावा करते हैं.

अंधविश्वास का विरोध करने वाले एक समूह ने महाराष्ट्र की एक सभा में धीरेंद्र शास्त्री से अपनी चमत्कारी क्षमताओं का प्रदर्शन करने के लिए बुलाया था. कहा जाता है कि उस कार्यक्रम में शास्त्री शामिल नहीं हुए थे.

नागपुर की अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के श्याम मानव ने धीरेंद्र शास्त्री के दिव्य दरबार को चुनौती दी और उनकी आध्यात्मिक शक्तियों पर सवाल उठाया.  श्याम  मानव ने धीरेंद्र  शास्त्री पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया.

जब मीडिया में विवाद शुरू हुआ, तो शास्त्री ने मानव को अपने दिव्य दरबार में आमंत्रित किया और पूछा कि वह क्या जानना चाहता है? स्वामी रामदेव, सद्गुरु जग्गी वासुदेव, रामभद्राचार्य, साध्वी प्राची, प्रज्ञा ठाकुर और राजनेता गिरिराज सिंह जैसे कई प्रमुख हिंदू धार्मिक नेता शास्त्री के समर्थन में आ गए थे.

 

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