Raipur News : आपने कलेक्टर–एसपी को अधिकांश वीआइपी, वीवीआईपी ड्यूटी या कानून व्यवस्था बनाने में अपनी सहभागिता निभाते हुए देखा है. लेकिन छत्तीसगढ़ में अब IAS-IPS अधिकारी आवारा गाय, बैल, सांड (AWARA Maveshi ) को पकड़ेंगे। प्रदेश के मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने राज्य भर के अधिकारियों को इससे जुड़े निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने गुरुवार को मंत्रालय महानदी भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न स्थानों की सड़कों पर आवारा पशुओं (AWARA Maveshi) के कारण हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिलों के कलेक्टर्स से चर्चा की और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बिलासपुर हाईकोर्ट के निर्देशानुसार सड़कों पर आवारा पशुओं के आ जाने के कारण हो रही दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति की आज बैठक सम्पन्न हुई।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सड़कों पर आवारा पशुओं के जमावाड़ा के कारण हो रही दुर्घटनाओं के चिन्हांकित स्थलों पर विशेष निगरानी रखी जाए। सड़कों पर आने वाले पशुओं को पकड़कर गौशालाओं में समुचित व्यवस्था के साथ रखा जाए।
चिन्हांकित मार्गो पर पशु हटाने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्य सचिव ने कहा है कि सड़कों पर आवारा अथवा पालतु पशुओं के पाए जाने पर उन्हें हटाने के लिए एक निश्चित व्यवस्था की जाए।
बैठक में विभिन्न जिलों के कलेक्टर ने बताया कि सड़कों पर पशुओं को आने से रोकने के लिए विभिन्न विभागों के सहयोग से कार्यवाही की जा रही है तथा सड़कों पर पशु पाए जाने पर उन्हें गौशालाओं में रखा जा रहा है।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्गो पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हाईवे एडवांस ट्रॉफिक मेनेजमेंट सिस्टम को तैयार किया जा रहा है। इसी तरह से पुलिस विभाग द्वारा सड़कों पर पेट्रोलिंग की जा रही है।