Devotional Journey : 10 वर्षीय बालक अपने पिता के साथ पैदल बागेश्वर धाम की यात्रा पर

BARAMKELA NEWS : क्षेत्र की खुशहाली और घर-परिवार की सुख-समृद्धि की मनोकामना लेकर एक अनोखी यात्रा शुरू हो गई है। गांव के युवक अपने 10 वर्षीय पुत्र के साथ 700 किमी की लंबी पदयात्रा करते हुए बागेश्वर धाम जाने का मन बना चुके हैं। जब मन में जज्बा और मजबूत इरादा हो, तो सैकड़ों मील की दूरी भी कम लगती है। ऐसा ही दृढ़ संकल्प लेकर सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के ब्लॉक मुख्यालय बरमकेला से 15 किमी दूर कंठीपाली गांव के निवासी बैकुंठ साव, पिता श्यामलाल साव, उम्र 35 वर्ष, गेरुआ वस्त्र धारण कर अपने बेटे बजरंग साव के साथ पैदल बागेश्वर धाम की यात्रा कर रहे हैं। उनका कहना है कि 4 वर्ष पूर्व उन्होंने सपरिवार ट्रेन से बागेश्वर धाम समेत अन्य धार्मिक स्थलों का दर्शन किया था। अब वे ()Devotional Journey) पैदल यात्रा कर भगवान की कृपा पाने और क्षेत्र की खुशहाली की कामना लेकर जा रहे हैं।

इतनी लंबी यात्रा में बच्चे को लेकर चलना चुनौतीपूर्ण है। इस सवाल पर बैकुंठ साव ने बताया कि कोई भी यात्रा कठिन नहीं है। अगर इरादा मजबूत और सही हो, तो कठिनाइयों का सामना आसानी से किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस यात्रा में लगभग 22-25 दिन लगेंगे। सोमवार सुबह 7 बजे साल्हेओना पहुंचने पर अल्प अवधि के लिए विश्राम दिया गया। ग्रामीणों और पड़ोसियों ने उनका उत्साहवर्धन किया और ()Devotional Journey) में सफलता की शुभकामनाएं दीं।

बजरंग साव, ग्राम रिसोरा के एक निजी स्कूल में कक्षा पांचवीं का छात्र है। यात्रा के लिए उसे स्कूल से अवकाश दिया गया है। वह अपनी कक्षा की शेष पढ़ाई स्वयं कराकर परीक्षा में शामिल होगा। इस पर बैकुंठ साव ने कहा कि (Devotional Journey) में शामिल होना अपने पुत्र के लिए आध्यात्मिक और मानसिक विकास का अवसर है।

यात्रा का उद्देश्य केवल धार्मिक आस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि परिवार और क्षेत्र की खुशहाली की कामना के साथ आत्मिक शांति और अनुशासन को भी बढ़ावा देना है। दोनों पिता-पुत्र ने अपनी यात्रा के लिए पूरी तैयारी की है, जिसमें पर्याप्त भोजन, जल, स्वास्थ्य और सुरक्षा के इंतजाम शामिल हैं।