Chhattisgarh News : सुराजी गांव योजना के अंतर्गत ग्राम पंचायतों (panchayat-secretary) में गौठानों का निर्माण किया गया है ताकि पशुओं का संरक्षण एवं संवर्धन किया जा सके. जिले में मवेशियों को रखने के लिए लाखों की लागत से गोठान बनाए गए हैं, लेकिन इन गोठानों में मवेशी नहीं रखे जा रहे हैं. इस वजह से गोठानों पर सन्नाटा पसरा रहता है.
गोठान अब गोबर खरीदी केंद्र मात्र बनकर रह गए हैं. मवेशी सड़कों पर नजर आते हैं जो आए दिन हादसों का कारण बन रहे . इसको ध्यान में रखते हुए जिला पंचायत सीईओ डॉ. ज्योति पटेल ने सभी जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी को गौठान में निरीक्षण करते हुए मवेशियों (panchayat-secretary) को निर्धारित समय पर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं. इसके बाद भी अगर मवेशी मुख्य मार्ग पर पाए गए तो संबंधित पंचायत सचिव जिम्मेदार होगा और उसके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी.
जिला पंचायत सीईओ डॉ. ज्योति पटेल ने बताया कि मुख्य मार्गों पर मवेशियों के इकट्ठा या बैठे रहने के कारण आम लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इससे एक ओर यातायात बेहद प्रभावित होता है तो वहीं तेज रफ्तार वाहनों से दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है. उन्होंने कहा कि मुख्य मार्गों से लगी हुई गौठानों में मवेशियों को नियमित रूप से निर्धारित समय पर पहुंचाया जाए. गौठान में मवेशियों के पहुंचने की सतत रूप से मॉनिटरिंग जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के साथ ही गौठान नोडल अधिकारी भी करेंगे.
प्रतिदिन गौठान में चरवाहे के माध्यम से गांव के सभी मवेशियों को गौठान में भेजने के लिए मुनादी कराई जाएगी. सभी की जागरूकता से ही सड़कों पर मवेशियों के बैठने, इकट्ठा रहने पर रोक लग सकेगी और मुख्य मार्गों पर होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम हो सकेगी. उन्होंने संबंधित ग्राम पंचायत के सचिव (panchayat-secretary) को गौठान में मवेशियों को निर्धारित समय तक रखने, साथ ही यह भी ध्यान रखने कहा कि मवेशी मुख्य मार्ग में इकट्ठा या बैठे न रहे, इसकी सतत निगरानी करें. बावजूद इसके अगर कहीं पर मुख्य मार्ग पर मवेशी एकत्रित या बैठे पाए जाते हैं तो संबंधित सचिव के खिलाफ जिम्मेदारी तय करते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
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