Bilaspur News : छत्तीसगढ़ से बड़ी खबर है. भारत की नई आधुनिक ट्रेन बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat) पर 14 जुलाई को बदमाशों ने दो बार पत्थरबाजी की. पत्थरबाजी की घटनाएं राजनांदगांव और तिल्दा-हथगंज स्टशनों पर हुईं. पत्थरबाजी की इस घटना में C-3 कोच का ग्लास क्षतिग्रस्त हो गया. इस घटना के बाद आरोपियों ने राजनांदगांव स्टेशन पर वंदे भारत ट्रेन पर पत्थर फेंकने वालों को पकड़ लिया. लेकिन, तिल्दा-हथगंज स्टेशन पर पत्थर फेंकने वालों की तलाश की जा रही है. इस मामले में अज्ञात पत्थरबाजों के खिलाफ भाटापारा और राजनांदगांव में एफआईआर दर्ज की है.
बता दें, जब से वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat) का यहां से संचालन शुरू हुआ है, तभी से उस पर पत्थर फेंकने की घटनाएं हो रही हैं. पत्थरबाजी की ज्यादा घटनाएं उस सेक्शन के अंतर्गत ज्यादा हुईं हैं, जो नागपुर रेल मंडल के तहत आता है. रायपुर रेल मंडल में इस तरह की छुटपुट घटनाएं कम हुई हैं. हालांकि, इन घटनाओं के लगातार सामने आने के बाद आरपीएफ ने सख्त रुख अपना लिया था. उसकी गश्त बढ़ने से इन घटनाओं में कमी आई थी. लेकिन, दोबारा हुई घटनाओं ने उसे चिंता में डाल दिया.
पहली घटना में नाबालिग शामिल
गौरतलब है, राजनांदगांव रेलवे स्टेशन पर पत्थरबाजी होने के बाद आरपीएफ ने दूसरी दिन तक सारे सीसीटीवी फूटेज जांचे. इसमें तीन नाबालिगों की पहचान हो गई. आरपीएफ ने तुरंत उन्हें पकड़ लिया. उन्होंने बताया कि वे रेलवे लाइन के किनारे खेल रहे थे. खेल-खेल में शर्त लगी कि कौन ट्रेन पर पत्थर फेंक सकता है. उन्होंने ट्रेनों पर पत्थर फेंकने शुरू किए. उन्हीं में से एक पत्थर वंदे भारत के ग्लास पर लगा. तीनों नाबालिगों ने गलती को स्वीकार कर लिया है.
तीनों नाबालिगों पर रेलवे अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है. उसी दिन शाम साढ़े छह बजे के बाद बदमाशों ने वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat) पर तिल्दा-हथबंद के बीच पत्थर फेंके. उनके पथराव से सी-3 कोच की बर्थ नंबर 50 ,51 ,52 का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया. सूचना मिलने आरपीएफ ने मामले की जांच की.