Thursday, December 5, 2024

राम वन गमन पथ के विकास में केन्द्र सरकार से भरपूर आर्थिक मदद मिलेगी : रेड्डी

ग्वालियर. रामायण सर्किट (राम वन गमन पथ) को विकसित करने के लिए भारत सरकार द्वारा आर्थिक मदद मुहैया कराई जायेगी। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा केन्द्र को भेजे गए रामायण सर्किट को जल्द से जल्द मंजूरी दे दी जायेगी। यह बात केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने कही। श्री रेड्डी मंगलवार को यहाँ आईआईटीटीएम में पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के अधिकारियों की बैठक में मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों के विकास की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा केन्द्र स्तर पर लंबित मध्यप्रदेश की सभी पर्यटन परियोजनाओं को जल्द से जल्द मंजूरी दिलाई जायेगी।           केन्द्रीय पर्यटन मंत्री श्री रेड्डी ने कहा कि स्वदेश दर्शन व प्रसाद योजना के साथ-साथ अन्य पर्यटन विकास योजनाओं के तहत मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों के विकास के लिये पर्याप्त आर्थिक मदद मुहैया कराई जायेगी। उन्होंने ऐतिहासिक ग्वालियर दुर्ग को अंतर्राष्ट्रीय मापदण्डों के अनुरूप विकसित करने पर जोर देते हुए कहा कि ग्वालियर का किला देश ही नहीं, पूरी दुनिया का एक अद्वितीय स्मारक है। इसलिए यहाँ पर्यटकों के लिये अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप सुविधायें मुहैया कराई जाएं। इस काम में भारत सरकार भी हर संभव सहयोग देगी। श्री रेड्डी ने कहा कि जब ताजमहल देखने विदेशी पर्यटन आगरा आ सकते हैं अगर सुविधायें अच्छी होंगीं तो निश्चित ही ग्वालियर फोर्ट देखने के लिये भी बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक आयेंगे। बैठक में केन्द्रीय मंत्री श्री रेड्डी ने ग्वालियर व खजुराहो में फिर से लाईट एण्ड साउण्ड प्रोग्राम शुरू करने पर भी विशेष बल दिया। साथ ही कहा कि प्रदेश के वाइल्ड लाईफ बुद्धिष्ट, हैरीटेज व ईको सर्किट के विकास में भारत सरकार से हर संभव मदद मिलेगी। उन्होंने बुद्धिष्ट सर्किट सहित प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर केन्द्रित एक डॉक्यूमेंट्री तैयार कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचार-प्रसार करने के लिये भी कहा। केन्द्रीय पर्यटन एवं रक्षा राज्य मंत्री श्री अजय भट्ट ने बॉर्डर टूरिज्म की संभावनायें तलाशने पर बल दिया। उन्होंने कहा पर्यटन के लिहाज से ग्वालियर अत्यंत समृद्ध है। श्री भट्ट ने कहा कि मध्यप्रदेश पर्यटन के सभी सेक्टरों में समृद्ध है।सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने शिवाजी सर्किट बनाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि सुशासन के मॉडल कहे जाने वाले वीर शिवाजी पर केन्द्रित सर्किट में आगरा उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, तेलंगाना व महाराष्ट्र तक जहां-जहां शिवाजी का प्रवास रहा उसे शामिल किया जा सकता है। भारत सरकार के पर्यटन विभाग की एडिशनल डायरेक्टर जनरल सुश्री रूपिंदर बरार ने भी पर्यटन के विकास से संबंधित उपयोगी जानकारी दी। मध्यप्रदेश शासन के पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव श्री शिवशेखर शुक्ला ने मध्यप्रदेश में पर्यटन स्थलों के विकास के लिये किए जा रहे कार्यों एवं सांस्कृतिक गतिविधियों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। साथ ही केन्द्र स्तर पर लंबित योजनाओं को जल्द से जल्द मंजूरी दिलाने का आग्रह किया। बैठक में पर्यटन, संस्कृति एवं एएसआई के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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