गरियाबंद/ मैनपुर:-जल जीवन मिशन का काम सालों बाद भी अधूरा है। इसका लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है। कहीं टंकी बनी है तो पाइप लाइन से पानी नहीं आ रहा है। कहीं नलों में कनेक्शन ही नहीं है। मैनपुर और सेल के इलाके में करीब 30 हजार की आबादी इशसे प्रभावित हो रही है। यहां तक कि कमार जनजाति वाले गांवों में भी लगभग यही हाल । इस मामले में पीएचई के एसडीओ जागेश्वर मरकाम ने कहा कि मैं अभी नया हूं। मुझे नहीं मालूम लेकिन में दिखवाता हूं।
मैनपुर व सेल के गांवों में जल जीवन मिशन के अधूरे काम से 30 हजार की आबादी को दिक्कत
गरियाबंद पीएचई विभाग के ईई पंकज जैन ने भीलगभग यही जवाब दिया। कहा कि इस योजना का काम क्या बचा मैं उसे जल्द ही दिखवाता हूं। मैनपुर के ग्राम पंचायत कुल्हाड़ी घाट के आश्रित ग्राम में 1 साल पूर्व ग्राम बेसराझर और देवडोंगर में जल जीवन मिशन योजना के द्वारा 48 लाख रुपए की लागत से काम किया गया। यहां लाल पानी आता है। जिसके शोधन के लिए इलेक्ट्रोक्लोरीनेटर लगाई थी वह भी गायब गई है। अब हाल ये है कि नदी का पानी पीना पड़ रहा है।