CG Vegetable Price Hike : जिस महंगाई को मुद्दा बनाकर कभी विपक्ष में रही भाजपा जनता से वोट मांगती थी, आज उसी भाजपा सरकार में महंगाई (Vegetable Price Hike) बे-लगाम हो चुकी है। देश में पेट्रोल-डीजल के दाम बेतहाशा बढ़ने का असर अब न सिर्फ लोगों की जेब पर बल्कि रसोई पर भी पड़ने लगा है। रोजमर्रा की जरूरत का सामान भी अब 30 से 40 फीसदी तक बढ़ चुका हैं, जिससे आम जनता परेशान है।
बढ़ती गर्मी ने राज्य की लोकल बाड़ियों से सब्जी की आवक बंद कर दी है। इस वजह से 80 फीसदी सब्जी दूसरे राज्यों से आ रही है। ट्रांसपोर्टिंग का खर्चा ज्यादा होने की वजह से प्रदेश में सब्जी रिकार्डतोड़ महंगी बिक रही है। बाजार में अभी मूंगा, बरबट्टी, अदरक समेत कई ऐसी सब्जियां ऐसी जिनकी कीमत 100 से 140 रुपए किलो तक पहुंच गई है।
खुले बाजार में टमाटर 50 से 60 रुपए किलो बिक रहा है। आलू-प्याज भी 35 से 40 रुपए किलो हो गया है। पिछले महीने आलू, प्याज और टमाटर 25 रुपए बिका है। हरा धनिया 150 से 200 और लहसुन 200 से 240 रुपए किलो चल रहा है। सब्जी की बढ़ती कीमतों ने लोगों को परेशान कर दिया है। थोक सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि बारिश शुरू होने के बाद कीमत और बढ़ेगी। क्योंकि बारिश में बाहर से गाड़ियां समय पर नहीं पहुंच पाती हैं। इससे सप्लाई पर असर होगा।
बाहर से आ रही सब्जियां : राजधानी रायपुर में थोक सब्जी मंडी के कारोबारियों ने बताया कि रायपुर समेत आसपास के जिलों में अभी जो सब्जी बिक रही है वो महाराष्ट्र, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और राजस्थान से आ रही हैं। इस वजह से ट्रांसपोर्टिंग का खर्चा बढ़ गया है। महाराष्ट्र और राजस्थान में अभी कभी भी मौसम खराब हो जाता है। इसकी वजह से फसल को नुकसान पहुंचता है। इससे वहां से आने वाली सब्जियां और महंगी हो जाती हैं।