Baramkela News : मानकों में हो रही अनदेखी के कारण करोड़ों की लागत से तैयार होने वाली पुल और पुल की अप्रोच रोड (Road Construction) पूरी होने से पहले ही दरकने लगी है। सड़क पर कई जगहों पर पड़ी दरारें घपलेबाजी और अफसरों की लापरवाही उजागर कर रही है। सड़क में भ्रष्टाचार का ये मामला छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले की है।
दरअसल, जिले के बरमकेला ब्लाक अंतर्गत बरमकेला-नवापारा मार्ग पर किंकारी नाला पर उच्च स्तरीय पुल एवं अप्रोच रोड का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें ठेकेदार द्वारा चिकनी मिट्टी का उपयोग किया गया है। इसकी वजह से अब पुल में जगह-जगह दरारें दिखने लगी है।
जानकारी के मुताबिक ग्राम विक्रमपाली में 195 मीटर पुल का निर्माण 24 दिसम्बर 2021 से लोक निर्माण विभाग के लिए परिक्षेत्र रायपुर के अंतर्गत 9 करोड़ 63 लाख में निर्माणाधीन है, जो लगभग 1 वर्ष की अवधि में पूर्ण हो जाना था। लेकिन ठेकेदार और विभाग की लापरवाही के कारण आज 2.5 वर्ष बीत जाने के बाद भी अधूरा पड़ा है।
ठेकेदार द्वारा अधिकारियों के साथ मिलकर सरकारी रकम की बंदरबांट की जा रही है। इसकी गवाही अप्रोच सड़क (Road Construction) की हालत स्वयं दे रही है। अभी यह सड़क पूरी तरह से तैयार भी नहीं हो पाई है कि जगह-जगह इसमें दरारें पड़ गई हैं।
ऊपर से मिट्टी व गिट्टी झलकने लगी है। खुलेआम हो रहे इस गोरखधंधे के प्रति विभागीय अधिकारी खुद को अंजान बता रहे हैं। पुल व अप्रोच सड़क अभी से कई जगह दरक जाने से आम लोगों में भी आक्रोश पनप रहा है। लोगों सड़क निर्माण गुणवत्ता की जांच कराने की मांग की है।
बता दें कि यह छत्तीसगढ़ को ओड़िशा से जोड़ने वाले मार्ग है। इसमें बने पुल इलाके के करीब 50 से अधिक गांव के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है। इसकी मुख्य वजह है पुल की ऊंचाई बहुत कम है । इसके कारण जरा सी बारिश होने पर ही पुल के ऊपर से पानी बहने लगता है।
यदि बारिश का सिलसिला करीब एक घंटे तक होती है तो जिला मुख्यालय से संपर्क टूट जाता है। ऐसी स्थिति में सबसे ज्यादा परेशानी गंभीर बीमार और गर्भवती महिलाओं को आती है। ऐसी स्थिति में क्षेत्र की जनताओं को ओड़िशा की ओर ही रुख करना पड़ता है। लेकिन यह दूरी 50 से 60 किमी पड़ती है।