स्थानीय देशी किस्म के पौधे जिनकी आयु ज्यादा है उन्हें प्राथमिकता के साथ रोपण करने को कहा। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि हर व्यक्ति अपने जन्मदिन, माता-पिता के जन्मदिन पर एक पेड़ अवश्य लगाये और जीवित रखें। हम सब मिलकर ऐसा प्रयास करे कि आने वाले दो सालों में 50 हजार से ज्यादा पीपल के पेड़ जिले में विकसित हो सके, ताकि रायगढ़ (Raigarh News) जिला पीपल डिस्ट्रिक्ट के नाम से जाना जा सके, तभी हम एक नई संस्कृति का विकास कर पायेंगे।उन्होंने जानकारी दी कि रायपुर में कलेक्टर रहते हुए उन्होंने पीपल फॉर प्यूपिल अभियान चलाया था। आज इसी प्रकार नवा रायपुर में भी अभियान चलाकर लगभग 70 हजार पीपल के पौधे रोपे जा रहे है। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने डीएफओ रायगढ़ को नगर वन के ऊपरी क्षेत्र में ट्रेकिंग ट्रेल, वॉच टावर एवं ईको टूरिज्म के रूप में विकसित के निर्देश दिए।
विभिन्न किस्म के 611 से अधिक लगाए पौधे : डीएफओ रायगढ़ स्टायलो मण्डावी ने जानकारी दी कि आयोजित कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि, जनसामान्य एवं बच्चो द्वारा पीपल, बरगद, आम, करंज, आंवला, नीम, अमलतास, शोभागर पॉम ट्री एवं चंपा जैसे विभिन्न प्रकार के पौधे रोपे गए। यहां जन सामान्य के लिए 2 कि.मी. का वाकिंग ट्रैक बनाया गया है। जहां शहरवासी अपनी मां के नाम या विशेष अवसर पर पौधरोपण कर सकते है।
पौधे वितरण वाहन को दिखाई हरी झंडी : आयोजित कार्यक्रम में वित्त मंत्री ने शहरवासियों को निरूशुल्क पौधा वितरण वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान वे पौधरोपण कर हस्ताक्षर अभियान का भी हिस्सा बने। उल्लेखनीय है कि पौध रोपण को प्रोत्साहित करने 1 जुलाई से वन विभाग द्वारा जन सामान्य के पौध रोपण के लिए पौधों का निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। ताकि जनसामान्य को फलदार, छायादार एवं औषधीय पौधे आसानी से प्राप्त कर अपने घर एवं आस पास के क्षेत्रों में रोपण किया जा सके।
जिले में चल रहा पीपल फॉर प्यूपिल अभियान : सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि रायपुर के तर्ज पर जिले में भी पीपल फॉर प्यूपिल अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत जिले के 549 ग्राम पंचायतों में लगभग 8 लाख पौधे रोपे जायेंगे। जिसमें नगरीय क्षेत्र में 5 हजार से अधिक एवं 2500 से अधिक स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में पौधरोपण किया जाएगा। इसी तरह 200 अमृत सरोवर एवं डबरी निर्माण कर पौधरोपण किया जाएगा। साथ ही पीपल फॉर प्यूपिल अभियान के तहत औद्योगिक क्षेत्रों में 10 हजार पीपल के पौधे रोपे जायेंगे।