रायगढ़. जिले के वन मंडल धरमजयगढ़ के आसपास कई जंगली हाथियों का दल विचरण कर रहा है. जिसमें से एक दंतैल हाथी दल से अलग होकर इधर-उधर पानी की तलाश में दोपहर को भटकते हुए दिखाई दिया. धरमजयगढ़ से रायगढ़ मुख्यमार्ग में दिनदहाड़े एक विशालकाय हाथी सरिया नदी के ऊपर देखा गया. जिसके बाद इस मार्ग पर आवागमन कर रहे वाहन रुक गए और काफी समय तक यहां अफरा तफरी मची रही. इस क्षेत्र के आसपास में भय का माहौल बना हुआ है. धरमजयगढ़ वन मंडल क्षेत्र से लगे आसपास के अन्य गांव के सैकड़ों किसानों के उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. धान और मूंगफली की फसल पककर तैयार है और दंतैल हाथी ने फसलों को नुकसान भी पहुंचाया है.
वन में हैं 87 हाथी
दंतैल हाथी की धमक से वन विभाग की परेशानी और बढ़ गई है. उप वन मंडलाधिकारी बालगोविंद साहू ने बताया कि धरमजयगढ़ वन मंडल में काफी सांख्या में वन्य प्राणी मौजूद हैं. धरमजयगढ़ वन मंडल में 87 हाथियों का रिकार्ड दर्ज है. गर्मी के दिनों में खासकर हाथी जंगल से बाहर चारा पानी की तलाश में निकलते हैं. आज धरमजयगढ़ से रायगढ़ मुख्य मार्ग पर सरिया नदी के पास एक दंतैल हाथी देखा गई है. नर दंतैल हाथी अपने दल से अलग रहते हैं. गांव और जंगलों में इधर-उधर घूमते रहते हैं. सरिया नदी में पूरे साल भर पानी रहता है, इसलिए कभी कभार हाथी पानी की तलाश में यहां पहुंचते हैं. क्षेत्र में हाथियों की धमक बीच बीच में देखी जाती है. आज भी एक हाथी देखा गया है. इसकी वजह से वन विभाग के द्वारा लोगों को अलर्ट किया गया है.
फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं हाथी
वन मंडल धरमजयगढ़ के आसपास जंगली हाथियों का दल बीच बीच में देखा जाता है. आज एक दंतैल हाथी देखा गया है. सुखद बात यह है कि हाथी ने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया है लेकिन किसानों के लिए यह हाथी मुसीबत का सबब बन सकता है. किसानों द्वारा इस समय लगाए गए धान और मूंगफली की फसल लगभग पककर तैयार है. ऐसी स्थिति में दंतैल हाथी इन फसलों को नुकसान पहुंचा सकता है.