Radhamadhav Temple : राधामाधव मंदिर में सैकड़ों भक्तों ने की गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा, अन्नकूट महोत्सव में उमड़ा जनसैलाब

Baramkela News : सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला विकासखण्ड के ग्राम विश्वासपुर स्थित राधामाधव मंदिर (Radhamadhav Temple) में गोवर्धन पूजा का भव्य आयोजन श्रद्धा और उत्साह के साथ संपन्न हुआ। पूरे मंदिर परिसर में भक्तिमय माहौल रहा और सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीकृष्ण की आराधना करते हुए गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा की।

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कार्यक्रम का शुभारंभ वेदपाठी पं. गहलु महाराज जी के मंत्रोच्चारण के साथ हुआ। उन्होंने मंदिर (Radhamadhav Temple) परिसर में स्थापित भव्य गोवर्धन पर्वत प्रतिमा के समक्ष मुख्य यजमान रघुनाथ पटेल एवं उनकी धर्मपत्नी से पूजा-अर्चना करवाई। पूजन के पश्चात भक्तों ने सामूहिक आरती कर भगवान श्री गिरिराज गोवर्धन जी से आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके बाद भोग प्रसाद अर्पित कर अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया गया। भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया और दिनभर भक्ति गीतों, हरिनाम संकीर्तन और परिक्रमा में लीन रहे।

(Radhamadhav Temple) गोवर्धन पूजा का महत्व

यह पर्व उस दिव्य प्रसंग की स्मृति में मनाया जाता है जब भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठा अंगुली पर उठाकर ब्रजवासियों को इंद्र के प्रकोप से बचाया था। कथा के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण ने एक ओर अपने भक्तों की रक्षा की और दूसरी ओर इंद्रदेव का अहंकार तोड़ा। इसी कारण इस दिन गौपूजन, पर्वत और अन्न की पूजा का विशेष महत्व माना गया है।

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संस्कृति और सेवा का संगम

श्री राधामाधव आश्रम समिति के मीडिया प्रभारी चूड़ामणि पटेल ने बताया कि गोवर्धन पूजा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और परंपरा का जीवंत प्रतीक है। गुरु नरसिंह दाश जी महाराज के मार्गदर्शन में समिति ऐसे आयोजन करती रहती है, जिससे समाज में भक्ति और संस्कार की भावना सशक्त हो। उन्होंने कहा कि इस दिन विशेष रूप से गायों, पर्वत और अन्न की पूजा की जाती है, जो धरती और जीवों के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है।

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भक्ति में डूबे श्रद्धालु

पूरे आयोजन (Radhamadhav Temple) में सैकड़ों हरिनाम संकीर्तन प्रेमी, मातृशक्ति, युवा और ग्रामीण भक्तजन शामिल हुए। मंदिर परिसर ‘हरे कृष्ण हरे राम’ के जयघोष से गुंजायमान रहा और श्रद्धालु देर रात तक भक्ति गीतों में सराबोर रहे।