Raipur News : महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप (Mahadev Satta App Case) केस में गिरफ्तार दो आरोपी राहुल वकटे और रितेश यादव को EOW ने 6 दिन की रिमांड पर लिया है। 30 अप्रैल तक दोनों EOW पूछताछ करेगी। राहुल वकटे की गिरफ्तारी दिल्ली और रितेश की गोवा से की गई है। टीम ने हवाला के 43 लाख रुपए भी सीज किए हैं। दोनों आरोपी अगस्त में निलंबित एएसआई चंद्रभूषण वर्मा की गिरफ्तारी के बाद से ही फरार चल रहे थे।
एसीबी के मुताबिक आरोपी राहुल वकटे हवाला के पैसे प्राप्त कर वर्मा तक पहुंचाने का काम करता था। राहुल के नाम पर तीन रजिस्टर्ड फर्म की भी जानकारी मिली है। इसमें आरोपियों ने बड़ी मात्रा में कैश जमा कराया है। वहीं दूसरा आरोपी रितेश यादव पैनल संचालन करने के साथ-साथ हवाला के जरिए पैसे प्राप्त कर चंद्रभूषण वर्मा और सतीश चंद्राकर की मदद करता था।
महादेव सट्टा (Mahadev Satta App Case) ऐप मामले में EOW की प्रोडक्शन वारंट स्पेशल कोर्ट ने स्वीकार कर ली है। सुनील दम्मानी, सतीश चंद्राकर और चंद्र भूषण वर्मा से ED पूछताछ करना चाहती है। गुरुवार को इन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
अफसरों ने बताया रितेश यादव को गोवा में लोकेट किया गया था वो वहां करीब 7 से 8 महीने तक छिपकर रह रहा था। पूछताछ में पता चला कि रितेश पुणे में महादेव पैनल का संचालन करवा रहा है। जिस पर पुणे पुलिस की सहयोग से रेड की गई और पैनल संचालित करते 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
गौरतलब है कि एंटी करप्शन ब्यूरो ने ED के प्रतिवेदन पर महादेव ऑनलाइन सट्टा एप मामले में 20 से अधिक लोगो के खिलाफ FIR दर्ज की गई। जिमसें सौरभ चंद्राकर,रवि उप्पल समेत पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समते कई करोबारी राजनेता और अज्ञात पुलिस अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
ED की जांच में पता चला है कि एएसआई चंद्रभूषण वर्मा छत्तीसगढ़ में मुख्य लाइजनर का काम कर रहा था। चंद्रभूषण दुबई के प्रमोटरों से हवाला के जरिए से हर महीने मोटी रकम लेता और इसे सीनियर पुलिस अफसरों को बांट रहा था और ED के मुताबिक राजनीतिक रूप से मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़े लोगों को ‘संरक्षण राशि’ भी दी जा रही थी।