कोरबा. कोरबा के ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार हाथियों का उत्पात जारी है. हाथी अक्सर जंगलों से भटक कर ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवेश कर जाते हैं. रिहायशी क्षेत्रों में हाथी के पहुंचने से कई बार जनहानि की घटना घट चुकी है. साथ ही ग्रामीणों के घर और फसलों को भी नुकसान होता है. कोरबा का जंगल हाथियों के रहवास के लिए अनुकूल होने के कारण हाथी यहां अपना डेरा जमाए हुए है. जिले के कोरबा वनमंडल में हाथियों की मौजूदगी बनी हुई है. जिसके कारण ग्रामीणों में दहशत का माहौल देखा जा रहा है. 15 मई को कोरकोमा के कंचादी और डेंगुर गांव के बीच जंगल में हाथियों का दल पहुंच गया. जिससे वन विभाग सतर्क हो गया. हाथियों को सुबह के वक्त सड़क पार करते देखा गया है. हाथियों ने कई किसानों के फसलों को नुकसान पहुंचाया है. क्षेत्र में हाथियों के पहुंचने की सूचना पाकर वन विभाग भी मौके पर पहुंच गया है. हाथियों के झुंड में बेबी एलीफेंट भी शामिल है. हाथियों के झुंड को सड़क पार करते देख कुछ समय के लिए राहगीरों की आवाजाही को रोका गया.