Gariaband News : 15वें वित्त मद की राशि में लगभग 70 लाख रुपये की गड़बड़ी करने के मामले में छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के राजिम एसडीएम ने कोपरा ग्राम पंचायत की कार्यवाहक सरपंच योगेश्वरी साहू को बर्खास्त कर दिया है। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने एसडीएम व कलेक्टर से की थी। जिसके बाद जांच टीम गठित की गई थी। टीम के रिपोर्ट देने के बाद एसडीएम ने यह कार्रवाई की है। पांच साल के कार्यकाल में दो सरपंच और दो सचिव इस पंचायत में बर्खास्त हो चुके हैं।
ग्राम पंचायत कोपरा पिछले समय से लगातार विवादों में ही रही है। स्थानीय निवासियों और ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों के बीच हमेशा ही विवाद की स्थिति बन रही थीं। पिछले निकाय चुनाव में डाली साहू कोपरा की सरपंच बनी थीं, मगर लगभग तीन साल पहले उन्हें हटाने ग्रामीण लामबद्ध हुए थे और उनको हटाने के लिए चक्काजाम तक कर दिया था, जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए उन्हें पद से हटा दिया था। इसके उपरांत योगेश्वरी साहू को कार्यवाहक सरपंच बनाया गया था। वर्तमान में उन्हें भी अनियमिता के मामले में बर्खास्त कर दिया गया है। वे अगले छह साल तक अब चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।
वसूली के लिए प्रकरण दर्ज : 15वें वित्त की राशि की अनियमितता के मामले में पूर्व सचिव किशन साहू पहले ही बर्खास्त हो चुका है। इसी मामले की जांच के अनुसार 15वें वित से वित्तीय वर्ष 2022-23 में 31 लाख 81 हजार 344 रुपये एवं वित्तीय वर्ष 2023-24 में 37 लाख 70 हजार 934 रुपये समेत कुल 69 लाख 52 हजार रुपये की राशि को अनियमितता पूर्वक आहरण कर व्यय किया गया। इसमें ग्राम पंचायत सचिव किशन लाल साहू से कुल राशि का आधा यानी 34 लाख 76 हजार रुपये एवं सरपंच योगेश्वरी साहू से 34 लाख 76 हजार रुपये वसूली किए जाने के लिए अलग से प्रकरण दर्ज किया गया है।
अब तक बदल चुके हैं तीन पंचायत सचिव : वर्तमान में कोपरा पंचायत के सचिव किशन साहू के पूर्व भी कई सचिव बदल चुके हैं। पूर्व सरपंच डाली साहू के कार्यकाल के दौरान जो पंचायत सचिव था उस पर भी अनियमितता के आरोपों में जांच के बाद हटाया गया था। इसके बाद तीन सचिव कोपरा पंचायत में और बदले गए। जिसके बाद वर्तमान सचिव किशन साहू पर भी अनियमितता की शिकायत पाए जाने के बाद प्रशासन ने बर्खास्त कर वसूली का आदेश जारी किया गया है। बता दें कि वर्तमान में कोपरा पंचायत को नगर पंचायत का दर्जा मिल चुका है।