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अनूप पासवान/कोरबाः लगातार हो रही बारिश और तापमान में उतार-चढ़ाव से मौसम में भी लगातार बदलाव हो रहा है. जिसके कारण सर्दी-खांसी, जुकाम समेत अन्य मौसमी बीमारी आम हो गई है. इन दिनों संक्रामक बीमारियों से पीड़ित लोगों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. दरअसल आपको बता दें, कि इसके विषाणु व्यक्ति की सांस के जरिये वातावरण में फैल रहा हैं. स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों को सावधान किया है, कि वे भीड़भाड़ वाले इलाकों में बेहद सतर्क रहें.
3 वर्ष पहले कोविड की तस्वीर और कड़वे अनुभव लोगों को जिंदगी भर याद रहेंगे, इतना तो तय है कि लंबी प्रतीक्षा के बाद लोगों को राहत मिली. इधर मौसम के बदलते दौर में नई परेशानी से लोगों का सामना करने के साथ साथ चुनौतियां भी बढ़ रही हैं. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इन दिनों वायरल बुखार, सर्दी, खांसी, जुकाम के मरीजों में वृद्धि हुई है. वायरल बुखार सांस के जरिए दूसरों को तेजी से संक्रमित कर रही है. तीन-चार दिन में लोग ठीक हो रहे हैं. लेकिन अगर लोग सावधानी दिखाते हैं, तो परेशानियों से बच सकते हैं.
वायरल फीवर या कोरोना ?
राज्य में वायरल सर्दी-खांसी और बुखार का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा. कोरबा के सरकारी अस्पतालों और निजी क्लीनिकों में वायरल बीमारियों से पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. शहर के हर मोहल्लो में इससे पीड़ित मिल रहे हैं. उनका कहना है कि बुखार और सर्दी से बीमारी शुरू हुई थी. दूसरे-तीसरे दिन खांसी हो गई. समय के साथ बुखार और सर्दी से राहत मिल गई लेकिन खांसी पीछा नहीं छोड़ रही है. चिकित्सकों का कहना है कि वायरल पहले की तुलना में ज्यादा घातक असर दिखा रहा है. इस बार संक्रमण लगभग कोरोना से मिलता जुलता दिख रहा है. हालांकि यह कोरोना बिल्कुल नहीं है.
सीएचसी और पीएचसी में बढ़ रहे मरीज
कोरबा के मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित सभी विकासखंड के सीएचसी और पीएचसी में इस प्रकार की बीमारी से ग्रसित मरीज के पहुंचने का क्रम जारी है. इस प्रकार के मामलों को ध्यान में रखते हुए मरीज के उपचार के लिए सभी आवश्यक प्रबंध स्वास्थ्य विभाग की ओर से किए गए हैं.
वायरल बुखार के कारण
किसी संक्रमित व्यक्ति के स्पर्श या भोजन के माध्यम से संपर्क में आने से वायरल हो सकता है.
दूषित भोजन और पानी का सेवन करना.
कीड़े के काटने से वायरस फैलते हैं, जो वायरल बुखार का कारण बन सकते हैं.
किसी संक्रमित व्यक्ति के वायरस युक्त ड्रॉपलेट को इन्हेल करने से भी मौसमी फ्लू हो सकता है.
वायरल बुखार के लक्षण
पसीना आना,शरीर में दर्द, ठंड लगना,मांसपेशियों में दर्द, थकान और कमजोरी,भूख में कमी, डिहाइड्रेशन और जी मिचलाना
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Tags: Chhattisgarh news, Health News, Korba news, Local18
FIRST PUBLISHED : September 13, 2023, 13:50 IST
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