Sarangarh News : केंद्र की मोदी सरकार लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जल जीवन मिशन योजना (जेजेएम) शुरू की है। इस योजना के तहत शासन ने पीएचई विभाग के माध्यम से ग्रामीण अंचलों में पेयजल आपूर्ति के लिए हैंडपंपों के अलावा नल-जल योजना (JJM Yojna) के घर घर पानी देने की व्यवस्था की है, लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही और ठेकेदारों की मनमानी की वजह से योजना का लाभ धरातल पर ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है।
परिणाम यह है कि करोड़ों रुपए खर्च कर गांवों में टंकी निर्माण, पाइप लाइन बिछाना, घर-घर नल कनेक्शन देना आदि का निर्माण करने के बाद भी ग्रामीण पीने की पानी के लिए जद्दोजहद कर रहे रहे हैं।
ऐसा ही कुछ मामला छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत गौरडीह के आश्रित ग्राम रंगाडीह से आया है। जहां सैकड़ों ग्रामीणों को पिछले दो दिनों से पानी नसीब नहीं हो रही है। इससे आक्रोशित महिलाओं ने बुधवार को डोंगरीपाली थाने का घेराव कर दिया। थाना प्रभारी ने पीएचई विभाग के अधिकारियों से बात की। इसके बाद अधिकारी गांव पहुंचकर मामले को देखने का आश्वासन दिया, इसके बाद ही महिलाएं शांत होकर घर लौटी।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि जल जीवन मिशन योजना (JJM Yojna) के तहत गांव में पानी की टंकी बनाई गई है। वहीं लोगों के घरों तक नल कनेक्शन भी दिया गया है। बताया जा रहा है कि जगह-जगह पाइप क्षतिग्रस्त है और पानी लिकेज हो रहा है। इससे ग्राम पंचायत सरपंच के द्वारा ठेकेदार से हैंडओवर नहीं लिया गया है।
दूसरी ओर ठेकेदार द्वारा हैंडओवर लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। दबाव बनाने के बाद भी सरपंच ने अधूरे काम को पूरा करने की बात कही तो ठेकेदार ने मनमानी करते हुए ट्यूवबेल संचालन के लिए रखे कर्मी को पानी सप्लाई बंद करने का आदेश दे दिया। इसके चलते गांव में पिछले दो दिनों से पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। इससे आक्रोशित महिलाओं ने थाने का घेराव कर दिया।