Sydney Test : भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS 5th Test) के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) 2024-25 का पांचवां और अंतिम मुकाबला सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर आयोजित किया गया। इस मैच में भारतीय टीम को 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
ऑस्ट्रेलियाई (IND vs AUS 5th Test) टीम को जीत के लिए 162 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे उसने खेल के तीसरे दिन (5 जनवरी) के दूसरे सत्र में पूरा कर लिया। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज पर 3-1 से कब्जा कर लिया। भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने 10 साल बाद टेस्ट सीरीज में जीत हासिल की है।
इस सीरीज (IND vs AUS 5th Test) की जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलियाई टीम ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में जगह बना ली है। अब WTC फाइनल में ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला दक्षिण अफ्रीका से होगा। इस चक्र का फाइनल इस साल 11-15 जून तक क्रिकेट के मक्का, लॉर्ड्स में आयोजित किया जाएगा।
भारतीय टीम ने लगातार दो फाइनल खेले, जिसमें उसे पहले न्यूजीलैंड और फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। अब भारतीय टीम का तीसरी बार WTC फाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया है।
सिडनी टेस्ट (IND vs AUS 5th Test) में भारतीय टीम की दूसरी पारी 157 रनों पर समाप्त हुई। इस मैच में भारत ने अपनी पहली पारी में 185 रन बनाए थे, जबकि ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 181 रनों पर सिमट गई। इस प्रकार, भारत को पहली पारी के आधार पर चार रनों की बढ़त मिली।
पर्थ में भारत ने पहला टेस्ट 295 रनों से जीता, जबकि एडिलेड टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट से जीत हासिल की। इसके बाद ब्रिस्बेन टेस्ट ड्रॉ रहा, और मेलबर्न टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने 184 रनों से जीत दर्ज की।
ऑस्ट्रेलिया ने लक्ष्य का पीछा करते हुए अच्छी शुरुआत की और 3.4 ओवर में ही 39 रन बना लिए। इसके बाद प्रसिद्ध कृष्णा ने भारतीय टीम को वापसी दिलाई। उन्होंने पहले सैम कोंस्टास (22) को वॉशिंगटन सुंदर के हाथों कैच आउट कराया। इसके बाद उन्होंने मार्नस लाबुशेन (6) और स्टीव स्मिथ (4) को भी आउट किया, जिनका कैच यशस्वी जायसवाल ने लिया।
बुमराह के बिना कमजोर पड़ी टीम इंडिया (IND vs AUS 5th Test)
यहां उस्मान ख्वाजा और ट्रेविस हेड के बीच 5वें विकेट के लिए 46 रनों की साझेदारी हुई। सिराज ने उस्मान ख्वाजा को विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों कैच आउट कराकर इस साझेदारी का अंत किया। इसके बाद, ट्रेविस हेड और ब्यू वेबस्टर ने भारतीय टीम को कोई मौका नहीं दिया और ऑस्ट्रेलिया को जीत की ओर बढ़ाया।
जसप्रीत बुमराह दूसरी पारी में गेंदबाजी के लिए नहीं आए, जिससे भारतीय टीम की गेंदबाजी कमजोर नजर आई। इसके अलावा, 162 रनों का लक्ष्य ऑस्ट्रेलिया के लिए इतना बड़ा नहीं था।