Bijapur News : 23 जनवरी, गुरुवार को बीजापुर के बासागुड़ा थाना क्षेत्र के तिग्मापुर के समीप एक बड़ी नक्सली (Ieds 50 Kg Recovered) साजिश को सुरक्षा बलों ने विफल कर दिया।
बासागुड़ा-आवापल्ली सड़क मार्ग पर तैनात केरिपु 168 वाहिनी की बीडीएस टीम डिमाईनिंग ड्यूटी पर निकली थी, तभी टीम ने तिमापुर दुर्गा मंदिर के पास स्थित पुल के नीचे एक खतरनाक आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) डिटेक्ट किया। यह आईईडी लगभग 50 किलोग्राम वजनी था, जिसे नक्सलियों ने पुलिया के नीचे कांक्रिट और पत्थरों के अंदर छिपाकर रखा था।
नक्सलियों के नापाक मंसूबे (Ieds 50 Kg Recovered)
सुरक्षा बलों के मेटल डिटेक्टर ने आईईडी का पता चला और डिमाईनिंग प्रक्रिया के दौरान सुरक्षा के दृष्टिकोण से इसे निष्क्रिय करने का प्रयास किया गया। हालांकि, आईईडी गहरी जगह पर लगाया गया था, जिससे इसे सुरक्षित रूप से बाहर निकालने में दिक्कत आई।
आखिरकार, इसे मौके पर ही नष्ट करने का निर्णय लिया गया। इस दौरान आईईडी के नष्ट होने से सड़क के बीचों-बीच गहरा गड्ढा बन गया, जिसकी भराई की जा रही है ताकि जल्द से जल्द आवागमन बहाल किया जा सके।
यह घटनाक्रम नक्सलियों की बड़ी योजना को नाकाम करने का उदाहरण है। सुरक्षा बलों की सूझबूझ और तत्परता से न केवल एक गंभीर हादसा टल गया, बल्कि अंबेली जैसी घटना को भी दोहराने का नक्सलियों का प्रयास विफल हो गया।
अंबेली जैसी घटना से बचाव (Ieds 50 Kg Recovered)
नक्सलियों द्वारा यह आईईडी (Ieds 50 Kg Recovered) रिमोट कंट्रोल के माध्यम से बड़े वाहनों को निशाना बनाने के लिए लगाया गया था। उनका उद्देश्य पुलिया के नीचे से वाहनों को उड़ा देना था, जैसा कि अंबेली में हुआ था, जहां नक्सलियों ने एक स्कार्पियो वाहन को उड़ा दिया था।
उस घटना में आठ जवान और एक वाहन चालक समेत नौ लोग शहीद हो गए थे। इस हमले में जवानों और वाहन चालक के शव क्षत विक्षत अवस्था में मिले थे, जिससे साफ था कि नक्सलियों का इरादा कितना खतरनाक था।
सुरक्षा बलों की सतर्कता की सराहना (Ieds 50 Kg Recovered)
इस बार, बासागुड़ा में सुरक्षा बलों की सतर्कता और पेशेवर क्षमता ने नक्सलियों के मंसूबों को नाकाम किया। बीडीएस टीम की तत्परता से आईईडी को नष्ट किया गया और एक बड़े हादसे को टाल लिया गया।
इस सफल ऑपरेशन ने सुरक्षा बलों की मजबूती और चाक-चौबंद तैयारियों को उजागर किया है। यह भी साबित हुआ कि अगर सुरक्षा बलों को समय रहते जानकारी मिल जाए और उनकी तैयारियां पुख्ता हों, तो नक्सलियों के दुष्कृत्यों को आसानी से नाकाम किया जा सकता है।