Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ के 65 श्रद्धालुओं से भरी बस यूपी के फिरोजाबाद में अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गहरे गड्ढे (Firojabad Bus Accident) में गिर गई। इस हादसे में एक महिला और बच्ची समेत 3 लोगों की मौत हो गई। जबकि 35 लोग घायल हो गए। इनमें ज्यादातर रायपुर, दुर्ग और बालोद के रहने वाले हैं। घटना पर सीएम साय और डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने दुख जताते हुए अधिकारियों को हर संभव मदद करने को कहा है।
जानकारी के मुताबिक, यह हादसा शनिवार सुबह 3 बजे नसीरपुर थाना क्षेत्र में लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे पर हुआ। पुलिस ने सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। छत्तीसगढ़ के श्रद्धालु प्राइवेट बस से वृंदावन से प्रयागराज जा रहे थे।
नसीरपुर इंस्पेक्टर शेर सिंह ने मीडिया को बताया कि बस में सवार सभी लोग छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं। वैष्णो देवी से दर्शन कर वृंदावन आए थे। रात 1 बजे वृंदावन से प्रयागराज के लिए रवाना हुए थे। ड्राइवर को झपकी आने से हादसा (Firojabad Bus Accident) हुआ है। स्थानीय लोगों ने हादसे की सूचना दी।
सूचना मिलते ही मैं फोर्स के साथ मौके पर पहुंचा। बस में से सभी यात्रियों को स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाला गया। एक महिला और 1 बच्ची ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। घायलों को फिरोजाबाद मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। हादसा इतना भीषण था कि बस बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिसकर्मियों ने क्रेन से बुलवाकर बस को गड्ढे से बाहर निकलवाया।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में हुए हादसे में घायलों का बेहतर उपचार सुनिश्चित करने के लिए एक टीम रवाना किया है। छत्तीसगढ़ से धार्मिक यात्रा पर गए श्रद्धालुओं से भरी बस उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर आज सुबह पलट गई थी। दुर्घटना में तीन के निधन सहित 40 लोग घायल हो गए।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नई दिल्ली से ही घायलों का बेहतर उपचार सुनिश्चित करने व उत्तरप्रदेश सरकार से समन्वय हेतु विधायक प्रबोध मिंज के नेतृत्व में एक टीम गठित कर लखनऊ भेजा है। टीम में अन्य विधायकों सहित आवासीय आयुक्त श्रुति सिंह शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने बताया हादसे में घायलों को जिला संयुक्त चिकित्सालय शिकोहाबाद और फिरोजाबाद मेडिकल कालेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। जिला प्रशासन से बात कर डॉक्टरों को उचित देखभाल के निर्देश दिए गए हैं एवं उच्चाधिकारियों को भी इस बाबत आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।