Gariaband News : छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुरक्षा बलों ने नक्सल (Chhattisgarh Odisha Border Naxal Encounter) विरोधी अभियान में बड़ी सफलता हासिल की है।
मैनपुर थाना क्षेत्र के कुल्हाड़ी घाट स्थित भालू डिग्गी के जंगलों में चल रहे आपरेशन के दौरान अब तक 24 नक्सली मारे जा चुके हैं।
इनमें 1 करोड़ का इनामी और सेंट्रल कमेटी मेंबर (CCM) जयराम उर्फ चलपति भी शामिल है। सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के शव और बड़ी संख्या में हथियार बरामद किए हैं।
1000 जवानों ने 60 नक्सलियों को घेरा (Chhattisgarh Odisha Border Naxal Encounter)
मुठभेड़ रविवार रात से लेकर मंगलवार तक रुक-रुक कर जारी है। जवानों ने करीब 60 नक्सलियों को चारों ओर से घेर लिया है। इनमें कई बड़े नक्सलियों के मारे जाने की संभावना जताई जा रही है।
छत्तीसगढ़ और ओडिशा पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन जारी है, जिसमें 10 टीमों को मैदान में उतारा गया है। अभी भी मुठभेड़ जारी है और पूरी रात चलने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक जवानों ने पूरे 60 नक्सलियों को मारने की प्लानिंग की है।
आपरेशन में शामिल बल (Chhattisgarh Odisha Border Naxal Encounter)
ओडिशा पुलिस की 3 टीमें
छत्तीसगढ़ पुलिस की 2 टीमें
CRPF की 5 टीमें
सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता (Chhattisgarh Odisha Border Naxal Encounter)
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस आपरेशन में नक्सलियों के कई सीनियर कैडर मारे गए हैं, जिनकी पहचान की जा रही है। इनमें CCM (सेंट्रल कमेटी मेंबर) और SZCM (स्पेशल जोनल कमेटी मेंबर) स्तर के कई बड़े नेता शामिल हो सकते हैं। इस अभियान में कोबरा बटालियन का एक जवान भी घायल हो गया, जिसे एयरलिफ्ट कर रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आपरेशन की निगरानी में आला अधिकारी (Chhattisgarh Odisha Border Naxal Encounter)
इस हाई-प्रोफाइल आपरेशन की गरियाबंद एसपी निखिल राखेचा, ओडिशा के नुआपाड़ा एसपी राघवेंद्र गूंडाला, ओडिशा डीआईजी (नक्सल आपरेशन) अखिलेश्वर सिंह और कोबरा कमांडेंट डीएस कथैत लगातार मानिटरिंग कर रहे हैं।
भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद (Chhattisgarh Odisha Border Naxal Encounter)
सुरक्षा बलों को इलाके में नक्सलियों के कैंप का सुराग मिला था, जिसके बाद आपरेशन को अंजाम दिया गया। अब तक SLR, इंसास राइफल और AK-47 सहित भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक और नक्सली दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
इसके अलावा, सुरक्षाबलों ने इलाके में 3 IED (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) भी बरामद किए, जिसे निष्क्रिय कर दिया गया।
बढ़ाई गई सुरक्षा, इलाके में चौकसी (Chhattisgarh Odisha Border Naxal Encounter)
मुठभेड़ के बाद भाटीगढ़ स्टेडियम को अस्थायी छावनी में तब्दील कर दिया गया है, जहां से आपरेशन की निगरानी की जा रही है। पूरे क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं ताकि नक्सली भाग न सकें।
तेलंगाना बार्डर पर भी हुआ था बड़ा एनकाउंटर (Chhattisgarh Odisha Border Naxal Encounter)
यह आपरेशन छत्तीसगढ़ में हाल ही में हुए दूसरे बड़े नक्सली एनकाउंटर के बाद हुआ है। 16 जनवरी को छत्तीसगढ़-तेलंगाना बार्डर पर मुठभेड़ में 18 नक्सली मारे गए थे, जिसमें 50 लाख का इनामी दामोदर भी ढेर हो गया था।
सुरक्षा बलों का यह आपरेशन नक्सल प्रभावित इलाकों में बड़ी जीत माना जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि यह आपरेशन अब तक के सबसे बड़े एनकाउंटर्स में से एक हो सकता है। इलाके में अभी भी सर्च आपरेशन जारी है और अगले कुछ घंटों में और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है।