Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Monsoon Rainfall) में लगातार बारिश से कई जगह हालात बिगड़ रहे हैं। बस्तर संभाग के कई इलाकों में नदी-नाले उफान पर हैं। कांकेर जिले में एक कच्ची झोपड़ी ढहने से 6 महीने की बच्ची की मौत हो गई। वहीं बच्ची की मां भी गंभीर रूप से घायल है। वहीं कोंडागांव जिले में भी लकड़ी से बनी दीवार गिरने से डेढ़ साल के बच्ची की मौत हो गई।
प्रदेश के कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से (Chhattisgarh Monsoon Rainfall) टूट गया है। वहीं, किरंदुल-कोत्तावालसा रेल लाइन पर भी लैंड स्लाइड हो गया है। पहाड़ों से कटकर मालबा रेलवे ट्रैक पर गिर गया है। जिससे किरंदुल-विशाखापट्टनम रेल मार्ग बाधित हो गया है।
प्रदेश में एक जून 2024 से अब तक प्रदेश में 541.4 मिमी औसत बारिश (Chhattisgarh Monsoon Rainfall)हो चुकी है। रविवार (28 जुलाई) सुबह तक बीजापुर जिले में सबसे ज्यादा 1304.5 मिमी और सरगुजा जिले में सबसे कम 201.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है।
कोरबा में शनिवार को 3 घंटे की तेज बारिश में SECL की कुसमुंडा खदान में 4 अधिकारी पानी के बहाव में बह गए, तीन को बचा लिया गया, वहीं एक लापता अफसर जितेंद्र नागरकर की लाश 16 घंटे चले रेस्क्यू के बाद बरामद कर ली गई है। चारों अधिकारी जलभराव की स्थिति देखने गए थे, तभी अचानक आए पानी के तेज बहाव की चपेट में आ गए।
बस्तर को ओडिशा और आंध्र प्रदेश से जोड़ने वाली किरंदुल-कोत्तावालसा रेल लाइन पर लैंडस्लाइड हो गया है। पहाड़ों से कटकर मलबा रेलवे ट्रैक पर गिर गया है। जिससे किरंदुल-विशाखापट्टनम रेल मार्ग बाधित हो गया है। बताया जा रहा है कि रेलवे के अफसर और कर्मचारी मौके पर पहुंच गए हैं। मलबा हटाने का प्रयास किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक ओडिशा के चमड़ीपल्ली रेलवे स्टेशन के नजदीक लैंड स्लाइड हुआ है। जानकारी मिलने पर राहत दल मौके पर पहुंचा। जिसके बाद से मलबा हटाने का काम शुरू किया गया है। अफसरों का दावा है कि मलबे को हटाने के लिए 24 घंटे से ज्यादा का वक्त लग जाएगा। यात्रियों को परेशानी न हो इसलिए रेलवे ने रूट डायवर्ट किया है।
कांकेर में बीते दो दिन से बारिश जारी है। बारिश के चलते कई जगहों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है, सभी नदी नाले उफान पर है। लगातार हो रही बारिश से कांकेर के अंदरूनी इलाकों कोयलीबेडा, अंतागढ़, पखांजूर, आमाबेड़ा के कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। अंतागढ़ की केसोकोड़ी नदी में ट्रैक्टर बह गया। ट्रैक्टर सवारों ने तैरकर अपनी जान बचाई।
सुकमा जिले में परिजनों ने गर्भवती महिला को खाट पर लिटाकर उसे कांधे से ढोते हुए एंबुलेंस तक पहुंचाया। परिजन ने करीब 3 किमी पैदल चलकर जंगल का सफर तय किया, फिर गांव के बाहर खड़ी एंबुलेंस के जरिए अस्पताल लेकर गए। बताया जा रहा है कि गांव तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क नहीं है।
बारिश की वजह से चारों तरफ पानी भरा हुआ है, जिससे गांव वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मामला सुकमा जिले के एर्राबोर इलाके के लैंड्रा गांव का है।
कोंडागांव के उरंदाबेडा के ग्राम झाकरी में 3 बच्चे ठंड से बचने घर में आग से हाथ सेंक रहे थे। इसी दौरान भारी बारिश से कमजोर पड़ी घर की लकड़ी से बनी दीवार गिर गई। बच्चों को परिजन ने फौरन वहां से बाहर निकाला। इनमें से एक दशमु दुग्गा (डेढ़ वर्ष) की मौत हो गई। वहीं, बाकी दो बच्चों का नारायणपुर में इलाज चल रहा है।
वहीं, कांकेर जिले के आमाबेड़ा थाना क्षेत्र के किसकोड़ो गांव में भी 6 महीने की बच्ची की मौत हो गई। लालसाय गावड़े शनिवार की शाम करीब 7 बजे ठंड से बचने झोपड़ी में पत्नी सियारो बाई के साथ आग सेक रहे थे। इसी दौरान झोपड़ी गिर गई।