तय मुहूर्त के मुताबिक विधि-विधान और धार्मिक परंपरा के मुताबिक केदारनाथ रावल भीमाशंकर लिंग, मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग, प्रशासन, बीकेटीसी अधिकारी और स्थानीय लोगों व श्रद्धालुओं की मौजूदगी में कपाट खोले गए. प्रशासन की मौजूदगी में मुख्य द्वार का ताला खोला गया. इसके बाद गर्भ गृह का द्वार खोला गया. गर्भ गृह में रावल और मुख्य पुजारियों ने पूजा-अर्चना की.
बता दें कि देश दुनिया में प्रसिद्ध केदारनाथ धाम (Char Dham Yatra 2024) के कपाट खुलने का इंतजार भक्तों को उत्सुकता से रहता है. केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर बाबा केदारनाथ की विधिवत पूजा की जाती है.
हालांकि उत्तर भारत में पूजा का तरीका थोड़ा अलग है. लेकिन बाबा केदारनाथ में पूजा दक्षिण की वीर शैव लिंगायत विधि से होती है. मंदिर के गद्दी पर रावल विराजते हैं, जिन्हें प्रमुख भी कहा जाता है.
यमुनोत्री धाम के कपाट 10 बजकर 29 मिनट पर पूरे विधि-विधान के साथ खोले जाएंगे. शीतकालीन प्रवास खरसाली से मां यमुना की उत्सव डोली रवाना हो चुकी है. वहीं गंगोत्री धाम के कपाट 12 बजकर 25 मिनट पर अगले 6 माह के लिए खोले जाएंगे.
मां गंगा की उत्सव डोली भैरव मंदिर से गंगोत्री धाम के लिए रवाना हो गई है. दोनों धामों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद हैं. बता दें कि 50 कुंतल फूलों से बाबा के धाम को सजाया गया है. गुजरात के वडोधरा के लोग धाम को सजा रहे हैं.
श्री केदारनाथ धाम के द्वार विधि विधान के साथ अभी से आगामी छः माह के लिए दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं बाबा की कृपा सभी भक्तों चरा चर पर सदेव बनी रहे।
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हर हर महादेव।🔱🙏🕉️#ShriKedarnath #Live 🚩 pic.twitter.com/2h0xJCbzAQ— श्री केदारनाथ (@ShriKedarnath) May 10, 2024